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श्रेयस अय्यर की संघर्ष और वापसी की कहानी

श्रेयस अय्यर ने अपने करियर में आए उतार-चढ़ाव के बारे में खुलकर बात की है। बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने और एशिया कप में जगह न मिलने के बावजूद, उन्होंने घरेलू क्रिकेट में मेहनत की और चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार वापसी की। जानें उनकी संघर्ष और सफलता की कहानी।
 

श्रेयस अय्यर का करियर: उतार-चढ़ाव

श्रेयस अय्यर: भारत के प्रमुख बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने पिछले वर्ष अपने करियर में आए उतार-चढ़ाव के बारे में खुलकर चर्चा की है। बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने और एशिया कप में चयन न होने के झटकों को उन्होंने "रोलरकोस्टर राइड" के रूप में वर्णित किया, जिसमें सब कुछ बिखरा हुआ महसूस हो रहा था।


सीईएटी क्रिकेट रेटिंग्स अवॉर्ड्स में सम्मान

मुंबई में आयोजित CEAT क्रिकेट रेटिंग्स अवॉर्ड्स में उन्हें ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अय्यर ने अपनी चुनौतियों और वापसी की कहानी साझा की। उन्होंने उन कठिन दिनों को याद करते हुए महत्वपूर्ण खुलासे किए।


कॉन्ट्रैक्ट और एशिया कप से बाहर होना

पिछले वर्ष श्रेयस अय्यर के लिए कई कठिनाइयाँ आईं। बीसीसीआई ने उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया, जिससे उनके अंतरराष्ट्रीय करियर पर सवाल उठने लगे। इसके अलावा, एशिया कप की टीम में भी उन्हें स्थान नहीं मिला। यह निर्णय कई प्रशंसकों और विशेषज्ञों के लिए चौंकाने वाला था, क्योंकि अय्यर ने आईपीएल 2025 में शानदार प्रदर्शन किया था और टीम को कप्तानी करते हुए फाइनल में पहुँचाया था।


घरेलू क्रिकेट में मेहनत

अय्यर ने हार नहीं मानी। उन्होंने खुद को अनुशासित किया और घरेलू क्रिकेट में वापसी की। मुंबई के लिए खेलते हुए उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अपनी टीम को चैंपियन बनाया और रणजी ट्रॉफी में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसके अलावा, IPL में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की कप्तानी करते हुए उन्होंने टीम को खिताब दिलाया।


चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार वापसी

ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अय्यर ने अद्भुत प्रदर्शन किया। उन्होंने पांच पारियों में 243 रन बनाए, जिसमें दो महत्वपूर्ण अर्धशतक शामिल थे। उनकी बल्लेबाजी ने भारत को लगातार दूसरा ICC व्हाइट-बॉल खिताब (2024 T20 वर्ल्ड कप के बाद) जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विशेष रूप से इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में उन्होंने 181 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 60 से अधिक रहा।