संजू सैमसन की एशिया कप 2025 में जगह को लेकर चयन में उठे सवाल
संजू सैमसन की चुनौतियाँ
भारतीय क्रिकेट में चयन को लेकर एक बार फिर चर्चा तेज हो गई है। विकेटकीपर-बल्लेबाज़ संजू सैमसन, जिनका हालिया प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है, एशिया कप 2025 की संभावित टी20 टीम में अपनी जगह बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद, सैमसन ने ओपनर के रूप में तीन शतक बनाए और 183.70 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। फिर भी, टीम प्रबंधन उन्हें मध्य क्रम में स्थानांतरित कर सकता है, क्योंकि शुभमन गिल उप-कप्तान के रूप में लौट रहे हैं। इस स्थिति में, सैमसन को अपनी पसंदीदा ओपनिंग पोजीशन छोड़नी पड़ सकती है।पूर्व कोच रवि शास्त्री ने सैमसन के समर्थन में स्पष्ट रूप से अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा कि जब सैमसन टॉप ऑर्डर में होते हैं, तो वह बेहद खतरनाक साबित होते हैं और अकेले मैच का रुख बदलने की क्षमता रखते हैं। शास्त्री का मानना है कि यदि गिल जैसे खिलाड़ी को टीम में शामिल करना है, तो किसी और की जगह पर विचार किया जाना चाहिए, न कि सैमसन की।
मध्य क्रम में सैमसन का मुकाबला अब फिनिशर जितेश शर्मा से होगा, जिन्होंने सीमित अवसरों में खुद को एक भरोसेमंद फिनिशर साबित किया है। इसके अलावा, तिलक वर्मा भी मध्य क्रम में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कोचों और चयनकर्ताओं के लिए यह निर्णय लेना आसान नहीं होगा कि विकेटकीपिंग और फिनिशिंग की भूमिका में किसे प्राथमिकता दी जाए—सैमसन या जितेश?
आईपीएल में चोट के कारण सैमसन का प्रदर्शन उतना प्रभावशाली नहीं रहा, लेकिन केरल क्रिकेट लीग में कोच्चि ब्लू टाइगर्स के लिए उन्होंने शानदार शतक बनाया, जो यह दर्शाता है कि वह एशिया कप के लिए तैयार हैं।
गिल उप-कप्तान बन गए हैं, इसलिए उनके बल्लेबाजी क्रम में बदलाव की संभावना कम है। वहीं, सूर्यकुमार यादव की कप्तानी और अभिषेक शर्मा की शानदार फॉर्म को देखते हुए टीम में ज्यादा बदलाव करना मुश्किल लग रहा है। इस स्थिति में, सैमसन को तीसरे नंबर पर खेलने का मौका मिल सकता है, यदि तिलक वर्मा को नीचे भेजा जाए और जितेश शर्मा को बाहर रखा जाए। लेकिन यह संतुलन बनाना आसान नहीं होगा।