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सलोनी डंगोरे ने वेस्टइंडीज लीग में खेलने का लिया फैसला

भारतीय महिला क्रिकेटर सलोनी डंगोरे ने वेस्टइंडीज लीग में खेलने का निर्णय लिया है, क्योंकि उन्हें टीम इंडिया में डेब्यू का मौका नहीं मिला। सलोनी ने 2017 में क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी और अब कैरेबियन प्रीमियर लीग में ट्रिनबागो नाइट राइडर्स के लिए खेलेंगी। जानें उनके क्रिकेट सफर और स्पिन गेंदबाजी के बारे में।
 

टीम इंडिया में डेब्यू का मौका नहीं मिला


टीम इंडिया: वर्तमान में भारत में क्रिकेट खिलाड़ियों की संख्या बहुत अधिक है। हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह एक बार राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बने। हालांकि, सभी को यह अवसर नहीं मिलता। कुछ प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी ऐसे होते हैं जिनके लिए भारतीय टीम के दरवाजे बंद रहते हैं, जिससे वे अन्य टीमों की ओर रुख करने के लिए मजबूर होते हैं।


भारत में कई खिलाड़ी हैं जिन्होंने अंततः अपने देश को छोड़कर दूसरे देशों का हाथ थाम लिया है। इस लेख में हम एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में चर्चा करेंगे, जिन्हें अपने देश में मौका नहीं मिला और उन्होंने वेस्टइंडीज लीग में खेलने का निर्णय लिया है।


सलोनी डंगोरे का वेस्टइंडीज लीग में कदम

टीम इंडिया में डेब्यू का मौका नहीं मिला



हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं, वह भारतीय महिला क्रिकेटर सलोनी डंगोरे हैं। सलोनी एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में कई बार अपनी छाप छोड़ी है, लेकिन उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू का मौका नहीं मिला। अब, वह कैरेबियन प्रीमियर लीग में खेलने जा रही हैं।


सलोनी ने 2017 में अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी और तब से वह केवल घरेलू क्रिकेट खेल रही हैं। अब उनकी किस्मत बदल गई है और वह विदेशी लीग में खेलेंगी।


विदेशी लीग में स्पिन गेंदबाजी का जलवा

विदेशी लीग में बिखेरेंगी स्पिन गेंदबाजी का जलवा


सलोनी डंगोरे अब कैरेबियन प्रीमियर लीग में ट्रिनबागो नाइट राइडर्स के लिए खेलेंगी। उनके साथ कई अन्य भारतीय खिलाड़ी भी इस लीग में शामिल हुए हैं। सलोनी पिछले दो सालों से WPL में दिल्ली कैपिटल्स के साथ नेट गेंदबाज के रूप में जुड़ी हुई हैं।


क्रिकेटर बनने का नहीं था इरादा


सलोनी डंगोरे ने शुरू में क्रिकेटर बनने का इरादा नहीं किया था। उनका सपना एथलेटिक्स में करियर बनाने का था। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर लॉन्ग जंप और 100, 200 मीटर की दौड़ में भाग लिया। लेकिन 17 साल की उम्र में किसी ने उन्हें सलाह दी कि उन्हें एथलेटिक्स छोड़कर क्रिकेट में अपनी किस्मत आजमानी चाहिए। तब से उन्होंने क्रिकेट की ओर रुख किया और अब वह एक सफल लेग स्पिनर बन चुकी हैं।