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हरियाणा के पहलवानों ने मंगोलिया में जीते मेडल: अमन का कांस्य और उदित का रजत

हरियाणा के पहलवानों ने मंगोलिया में आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया। अमन सहरावत ने कांस्य पदक और उदित ने रजत पदक जीता। इस सफलता ने न केवल उनके गांव में खुशी का माहौल बनाया है, बल्कि युवा पहलवानों को भी प्रेरित किया है। जानें कैसे इन पहलवानों ने कठिन मुकाबलों में जीत हासिल की और हरियाणा का नाम रोशन किया।
 

हरियाणा के पहलवानों की शानदार उपलब्धि

हरियाणा के पहलवानों ने मंगोलिया में जीते मेडल: अमन का कांस्य और उदित का रजत: हरियाणा के पहलवानों ने एक बार फिर देश का नाम रोशन किया है। झज्जर के अमन सहरावत ने मंगोलिया में आयोजित रैंकिंग कुश्ती प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता।


उदित ने भी रजत पदक हासिल किया। दोनों ने फ्री स्टाइल कुश्ती में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। भिवानी के बिरोहड़ गांव में इस सफलता पर खुशी का माहौल है। हरियाणा के पहलवानों ने मंगोलिया में तिरंगा लहराया। आइए, उनकी इस शानदार उपलब्धि के बारे में जानते हैं।


अमन सहरावत की कांस्य पदक जीत

अमन सहरावत की कांस्य जीत: अमन ने 57 किलो वर्ग में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में किरगिजस्तान के पहलवान को 11-1 से हराया। सेमीफाइनल में मेक्सिको के पहलवान से 14-11 से हारने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और कांस्य पदक के लिए तुर्की के खिलाड़ी को 12-2 से हराया।


यह जीत उनकी मेहनत का प्रमाण है। ओलंपिक कांस्य विजेता अमन ने फिर से साबित किया कि वे एक सच्चे चैंपियन हैं। हरियाणा के पहलवानों की इस उपलब्धि ने उनकी प्रतिभा को उजागर किया है।


उदित की रजत पदक की उपलब्धि

उदित की रजत उपलब्धि: झज्जर के उदित ने भी मंगोलिया में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में किरगिजस्तान के पहलवान को 11-0 से हराया और सेमीफाइनल में यूडब्ल्यू के खिलाड़ी को 2-1 से मात दी।


हालांकि, फाइनल में उन्हें मंगोलिया के पहलवान से 6-4 के करीबी अंतर से हार का सामना करना पड़ा। गोल्ड का सपना टूट गया, लेकिन रजत पदक ने उदित का मान बढ़ाया। गांव में इस सफलता का जश्न मनाया जा रहा है।


हरियाणा का कुश्ती में दबदबा

हरियाणा का कुश्ती दबदबा: हरियाणा कुश्ती का गढ़ है, और मंगोलिया में अमन और उदित ने इसे साबित किया। दोनों ने कठिन मुकाबलों में हार नहीं मानी।


उनके प्रदर्शन ने युवा पहलवानों को प्रेरित किया है। झज्जर के कोच और खेल प्रेमी इस सफलता से गदगद हैं। हरियाणा के पहलवानों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी ताकत दिखाई है।


भविष्य की उम्मीदें

भविष्य की उम्मीदें: अमन और उदित की जीत युवा पहलवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। हरियाणा के युवा अब और मेहनत करेंगे। कोचों का मानना है कि सही मार्गदर्शन और सुविधाओं से और मेडल आएंगे।


अमन अगले टूर्नामेंट की तैयारी में जुट गए हैं, जबकि उदित भी गोल्ड का सपना देख रहे हैं। मंगोलिया में कुश्ती की यह सफलता हरियाणा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।