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हरियाणा में खेल नर्सरी के लिए बायोमेट्रिक हाजिरी प्रणाली लागू

हरियाणा में खेल नर्सरी के लिए बायोमेट्रिक हाजिरी प्रणाली 15 अगस्त 2025 से लागू होने जा रही है। इस नई प्रणाली के तहत खिलाड़ियों को अपनी उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन के माध्यम से दर्ज करनी होगी। यदि खिलाड़ी समय पर उपस्थिति नहीं दर्ज करते हैं, तो उनका मासिक डाइट भत्ता रोका जा सकता है। यह कदम खिलाड़ियों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने और प्रशिक्षण में अनुशासन लाने के लिए उठाया गया है। जानें इस नई प्रणाली के बारे में और क्या बदलाव आएंगे।
 

हरियाणा में बायोमेट्रिक हाजिरी का नया नियम

हरियाणा खेल नर्सरी में बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य: हरियाणा में खेल नर्सरी के लिए बायोमेट्रिक हाजिरी प्रणाली 15 अगस्त 2025 से लागू की जाएगी। खेल विभाग ने सभी सरकारी और पंचायत संचालित खेल नर्सरियों को निर्देश दिया है कि वे खिलाड़ियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन के माध्यम से दर्ज करें।


अब खिलाड़ियों की उपस्थिति केवल रजिस्टर पर हस्ताक्षर से मान्य नहीं होगी। उन्हें प्रशिक्षण स्थल पर जाकर नर्सरी पोर्टल के माध्यम से 'नर्सरी हाजिरी ऐप' का उपयोग करके बायोमेट्रिक मशीन पर अपनी उपस्थिति दर्ज करनी होगी। रेवाड़ी सहित लगभग 50 नर्सरी केंद्रों को इस नई प्रणाली की जानकारी दी जा चुकी है।


हाजिरी न होने पर डाइट मनी में रुकावट


खिलाड़ियों को मिलने वाले मासिक डाइट भत्ते का भुगतान भी अब बायोमेट्रिक हाजिरी से जुड़ा रहेगा। यदि खिलाड़ी समय पर उपस्थिति दर्ज नहीं करता है, तो उसका भत्ता रोका जा सकता है। वर्तमान में नर्सरी में प्रशिक्षण ले रहे खिलाड़ियों को डाइट मनी नहीं मिल पा रहा है और प्रशिक्षकों को भी मानदेय की प्रतीक्षा है। खेल विभाग ने स्पष्ट किया है कि हर नर्सरी केंद्र को खुद बायोमेट्रिक मशीन की व्यवस्था करनी होगी। यदि समय पर व्यवस्था नहीं की गई, तो खिलाड़ी प्रशिक्षण से वंचित रह सकते हैं।


नियमित हाजिरी से प्रशिक्षण पर सकारात्मक प्रभाव


जिला खेल अधिकारी ममता देवी के अनुसार, बायोमेट्रिक हाजिरी लागू करना विभाग के प्रधान सचिव के निर्देशों के तहत है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि खिलाड़ी नियमित रूप से मैदान में उपस्थित रहें और प्रशिक्षण व प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करें।


प्रशिक्षण संबंधी दिशा-निर्देश जल्द ही संबंधित नर्सरी प्रभारी को भेजे जाएंगे। इससे पूरे खेल तंत्र में अनुशासन और पारदर्शिता बढ़ेगी और खिलाड़ियों की प्रदर्शन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।