हरियाणा में पर्यटन को नई दिशा, 92 करोड़ रुपये का निवेश
हरियाणा के पर्यटन में नई पहल
हरियाणा के विरासत, पर्यटन और सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने रविवार को पिंजौर में आयोजित 32वें मैंगो मेले के समापन पर महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार राज्य में पर्यटन को एक नई दिशा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए यादवेन्द्र गार्डन, पिंजौर और टिक्कर ताल, मोरनी जैसे प्रमुख स्थलों के विकास पर 92 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
मैंगो मेले में पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या
डॉ. शर्मा ने बताया कि इस बार तीन दिवसीय 32वें मैंगो मेले में ढाई लाख से अधिक पर्यटक आए। पहली बार आम उत्पादकों के लिए लगाए गए बिक्री स्टालों से उन्हें 25 लाख रुपये की आमदनी हुई, जो उत्साहवर्धक है। मंत्री ने यह भी कहा कि अगले वर्ष मैंगो मेले को और भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री से मुलाकात कर मेले की अवधि बढ़ाने और विलुप्त होती आम की प्रजातियों को संरक्षित करने के लिए नई योजनाओं की मांग की जाएगी।
स्वदर्शन 2.0 योजना के तहत विकास
पर्यटन मंत्री ने कहा कि यादवेन्द्र गार्डन, पिंजौर और टिक्कर ताल, मोरनी को 'स्वदर्शन 2.0 योजना' के अंतर्गत विकसित किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता को पर्यटन के राष्ट्रीय मानचित्र पर लाना है, जिससे पर्यटकों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हो सके।
किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में कदम
हरियाणा की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री आरती सिंह राव ने भी मेले में भाग लिया और आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह मेला देशभर के आम उत्पादकों को एक बेहतरीन मंच प्रदान करता है और हरियाणा सरकार किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया
कालका विधायक शक्ति रानी शर्मा ने पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि कालका क्षेत्र की मिट्टी की खुशबू और मेहनतकश किसानों को यह मंच लोकप्रियता और बेहतर बिक्री के अवसर प्रदान करता है।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, एचपीएससी सदस्य अमरनाथ सौदा, पर्यटन विभाग के एमडी डॉ. शालीन, जीएम आशुतोष राजन, बागवानी विभाग के निदेशक अर्जुन सिंह सैनी, भाजपा जिलाध्यक्ष अजय मित्तल सहित कई अधिकारी और स्थानीय लोग मौजूद थे।