×

अमेरिका ने बलूच लिबरेशन आर्मी को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया

अमेरिका ने बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) और इसके सहयोगी मजीद ब्रिगेड को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया है। यह निर्णय पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की अपील के बाद आया है, जो बलूच विद्रोहियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे थे। इस कदम से अमेरिका और पाकिस्तान के बीच सुरक्षा सहयोग को मजबूती मिलेगी। BLA ने कई बड़े हमलों की जिम्मेदारी ली है, जिसमें कराची एयरपोर्ट और ग्वादर पोर्ट पर हमले शामिल हैं।
 

अमेरिका का आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम

US Designates Balochistan Liberation Army: आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए अमेरिका ने बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) और इसके एक खतरनाक संगठन 'मजीद ब्रिगेड' को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO, Foreign Terrorist Organisation) घोषित कर दिया है। इस निर्णय के तहत अमेरिका अब इस संगठन की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाएगा और इसके सदस्यों की संपत्तियों को जब्त करने जैसे सख्त कदम भी उठाए जा सकेंगे।


आसिम मुनीर की अपील का प्रभाव

अमेरिका के इस निर्णय को पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की अपील का असर माना जा रहा है। मुनीर ने बलूच विद्रोहियों को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने की मांग की थी और कड़ा एक्शन लेने की बात कही थी। अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से आई इस घोषणा के जरिये पाकिस्तान-अमेरिका सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने की गरज देखी जा रही है। इस घोषणा से बलूच आंदोलन पर भी प्रभाव पड़ेगा। 11 अगस्त को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने यह घोषणा की थी।


मजीद ब्रिगेड के हमले

मजीद ब्रिगेड कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड: 'मजीद ब्रिगेड' के नाम से भी जाने जाने वाला बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी पाकिस्तान के बलूचिस्तान का एक सक्रिय संगठन है, जो आजाद बलूचिस्तान की मांग के लिए और पाक द्वारा बलूचिस्तान के दोहन के खिलाफ लड़ रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री बताते हैं कि BLA को साल 2019 में स्पेशली डिजिग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट की लिस्ट में शामिल किया गया था। इसके बाद कई बार इस संगठन ने बड़े हमलों की जिम्मेदारी ली है।


कराची एयरपोर्ट और ग्वादर पोर्ट पर हमले

मार्को रूबियो के मुताबिक, साल 2024 में BLA ने कराची एयरपोर्ट और ग्वादर पोर्ट पर हमला किया था। साल 2025 में इस संगठन ने क्वेटा से पेशावर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन जाफर एक्सप्रेस को भी हाईजैक किया था और 31 लोगों की हत्या के साथ 300 से ज्यादा यात्रियों को बंधक बनाया था। इस तर्ज पर ही अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कार्रवाई करते हुए आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है।