यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025: वैश्विक निवेश के लिए नया मंच
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 का उद्घाटन
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025: उत्तर प्रदेश एक बार फिर अपनी क्षमताओं और संभावनाओं को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो मार्ट में इस शो का भव्य उद्घाटन करेंगे। यह आयोजन 25 से 29 सितंबर तक चलेगा, जिसमें राज्य की औद्योगिक, कृषि और सांस्कृतिक उपलब्धियों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही, यह मंच वैश्विक निवेशकों, उद्यमियों और शिल्पकारों के लिए नए अवसरों का सृजन करेगा.
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का महत्व
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आयोजित हो रहा यह तीसरा संस्करण यूपी की औद्योगिक प्रगति, तकनीकी विकास और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। इस बार 2,500 से अधिक प्रदर्शक, 500 विदेशी खरीदार और पांच लाख से ज्यादा आगंतुकों की भागीदारी की उम्मीद है। विशेष रूप से, रूस इस बार का साझेदार देश होगा, और 26 सितंबर को रूस-भारत बिजनेस डायलॉग दोनों देशों के बीच नए कारोबारी रिश्तों की दिशा तय करेगा.
यूपीआईटीएस 2025 की विशेषताएँ
यूपीआईटीएस 2025 का मुख्य आकर्षण वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) पवेलियन होगा, जहां 343 स्टॉल्स पर भदोही के कालीन, फिरोजाबाद का ग्लासवर्क, मुरादाबाद की पीतल कला और सहारनपुर की लकड़ी की नक्काशी जैसी पारंपरिक शिल्पकृतियां प्रदर्शित की जाएंगी। इससे स्थानीय शिल्पकारों को वैश्विक पहचान मिलने का अवसर मिलेगा.
तकनीक प्रेमियों के लिए आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का लाइव डेमो प्रस्तुत करेगा। 'स्वाद उत्तर प्रदेश' थीम के तहत 25 स्टॉल्स पर मुरादाबादी दाल, बनारसी पान-लस्सी, पेठा, मथुरा का पेड़ा और खुर्जा की खुरचन जैसे पारंपरिक व्यंजन आगंतुकों का मन मोहेंगे.
शिक्षा, निवेश और संस्कृति का संगम
27 सितंबर को राज्य सरकार 27 प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करेगी। इसके माध्यम से युवाओं को प्रोजेक्ट्स, वित्तीय सहयोग और उद्योग से जुड़ने के अवसर मिलेंगे। इसके अलावा, स्टार्टअप्स, ई-कॉमर्स निर्यात, स्वास्थ्य और कौशल विकास पर ज्ञान-विमर्श सत्र आयोजित किए जाएंगे.
सांस्कृतिक मंच पर भोजपुरी, अवधी, बुंदेली और थारू लोकधुनों के साथ सूफी संगीत और कथक नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे। निरहुआ, मालिनी अवस्थी और प्रतिभा सिंह बघेल जैसे कलाकार अपने प्रदर्शन से इस आयोजन को और भव्य बनाएंगे.
यह आयोजन योगी सरकार की उस सोच को मजबूत करता है, जिसमें उत्तर प्रदेश को 'निवेश, नवाचार और संस्कृति का वैश्विक केंद्र' बनाने का लक्ष्य रखा गया है.