रूस में भूकंप के झटके: क्या है कामचटका का भूकंपीय इतिहास?
रूस में भूकंप के तेज झटके
रूस में भूकंप: 19 सितंबर को सुबह, पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की में भूकंप के तीव्र झटके महसूस किए गए। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई, और इसका केंद्र पृथ्वी की सतह से लगभग 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई में था। इसके बाद, 5.8 तीव्रता के कई आफ्टरशॉक्स भी आए, जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई। भूकंप के तुरंत बाद, अमेरिकी राष्ट्रीय मौसम सेवा ने सुनामी की चेतावनी जारी की, जिससे प्रशांत क्षेत्र में सतर्कता बढ़ गई।
गवर्नर की चिंता
कामचटका क्षेत्र के गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव ने टेलीग्राम पर एक संदेश में कहा कि तेज झटकों के बाद पूर्वी तटीय क्षेत्रों के लिए सुनामी चेतावनी लागू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि अभी तक किसी जनहानि या बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर सभी आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट मोड पर रखा गया है। स्थानीय प्रशासन ने निवासियों को खतरे से आगाह किया है और उन्हें तट से दूर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
जापान और अलास्का में सतर्कता
रूस के आपातकालीन मंत्रालय ने बताया कि जापान के कुरील द्वीप समूह के कुछ हिस्सों के लिए भी सुनामी चेतावनी जारी की गई है। इसी तरह, अमेरिकी राष्ट्रीय मौसम सेवा और प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र (PTWC) ने अलास्का के तटीय क्षेत्रों के लिए अस्थायी चेतावनी दी थी, जिसे बाद में वापस ले लिया गया। कामचटका क्षेत्र भूगर्भीय दृष्टि से अत्यधिक सक्रिय है, जहां प्रशांत प्लेट और उत्तरी अमेरिकी प्लेट मिलती हैं, जिससे अक्सर बड़े भूकंप आते हैं।
एक और भूकंप की रिपोर्ट
USGS की एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को कामचटका के तट पर एक और भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 7.4 मापी गई। प्रारंभ में इसे 7.5 बताया गया था, लेकिन बाद में आंकड़ों के विश्लेषण के बाद इसे संशोधित किया गया। प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने बताया कि इस झटके से सुनामी का कोई खतरा नहीं है।
कामचटका का भूकंपीय इतिहास
2025 में आया था 8.8 तीव्रता का महाभूकंप: कामचटका क्षेत्र का भूकंपीय इतिहास काफी भयावह रहा है। 29 जुलाई 2025 को इसी क्षेत्र के पूर्वी तट पर 8.8 तीव्रता का महाभूकंप आया था, जिसके बाद रूस, जापान, अलास्का, गुआम, हवाई और अन्य प्रशांत द्वीपों में व्यापक सुनामी चेतावनियाँ दी गई थीं। अधिकारियों ने बताया था कि कुछ तटीय इलाकों में 3 से 4 मीटर ऊंची लहरें आई थीं, जिसके चलते कई बस्तियों को खाली कराना पड़ा और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की सतर्कता
जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने अपने प्रशांत तटीय इलाकों में 3 मीटर तक ऊंची लहरों की चेतावनी दी थी। अमेरिका के पश्चिमी तट के कुछ हिस्सों को भी सतर्क किया गया था, हालांकि विशेषज्ञों ने कहा कि इन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर जलप्रलय की आशंका कम है। लगातार आने वाले इन भूकंपों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कामचटका दुनिया के सबसे संवेदनशील भूकंपीय क्षेत्रों में से एक है, जहाँ किसी भी समय प्राकृतिक आपदा की संभावना बनी रहती है।