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शादी में खाने की पहली प्लेट की नीलामी: क्या है इस कपल का अनोखा फैसला?

हाल ही में एक नवविवाहित कपल ने अपनी शादी में खाने की पहली प्लेट को नीलाम किया, जिससे सोशल मीडिया पर तीखी बहस छिड़ गई। इस कदम ने मेहमानों के प्रति शिष्टाचार और सम्मान के महत्व को फिर से रेखांकित किया है। कई लोगों ने इस कदम को असभ्य और अनुचित बताया, जबकि कुछ ने इसे अनोखा माना। जानें इस विवाद के पीछे की कहानी और लोगों की प्रतिक्रियाएं।
 

खाने की पहली प्लेट की नीलामी

Couple Sold Wedding Food: हाल ही में एक नवविवाहित जोड़े ने अपनी शादी में खाने की पहली प्लेट को नीलाम करके चर्चा का विषय बना दिया है। इस अनोखे और विवादास्पद कदम ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है, जहां लोग शादी के शिष्टाचार और मेहमानों की मेज़बानी के तरीकों पर सवाल उठा रहे हैं। इस घटना ने न केवल मेहमानों को चौंका दिया, बल्कि इंटरनेट पर लोगों की राय को दो धड़ों में बांट दिया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वायरल हुई इस खबर के अनुसार, दूल्हा-दुल्हन ने अपने भूखे मेहमानों को बैठाकर घोषणा की कि खाने की पहली प्लेट नीलामी के लिए रखी गई है। इस नीलामी से प्राप्त राशि को जोड़े ने अपने अलास्का हनीमून के लिए उपयोग करने की बात कही। इस असामान्य घटना ने लोगों को नाराज कर दिया, लेकिन एक मेहमान ने पहली प्लेट के लिए 1,500 डॉलर की भारी-भरकम राशि खर्च कर दी।


नीलामी का अनोखा फैसला

X पर इस घटना को साझा करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'दूल्हा-दुल्हन ने सबको बैठाया और कहा, 'दोस्तों, हम जानते हैं कि सब भूखे हैं। हम एक खास नीलामी शुरू कर रहे हैं पहली प्लेट खाने की जो कोई इसे खरीदेगा, उसकी टेबल पर सबसे पहले लजीज खाना परोसा जाएगा। इससे होने वाली कमाई हमारे अलास्का फिशिंग ट्रिप हनीमून पर खर्च होगी।' प्लेट 1500 डॉलर में बिकी। कमाल है। इस पोस्ट ने तुरंत ही लोगों का ध्यान खींचा और तीखी प्रतिक्रिया शुरू कर दी।


सोशल मीडिया पर भड़का गुस्सा

इस घटना ने सोशल मीडिया यूजर्स के बीच तीव्र नाराजगी पैदा की। कई लोगों ने इस कदम को असभ्य और अनुचित बताया। एक यूजर ने लिखा, 'यह बहुत बुरा है कि कुछ लोगों के लिए शादियां सिर्फ पैसे कमाने का जरिया बन जाती हैं। अपनी शादी में, जहां पहले से ही सारी व्यवस्था और भुगतान हो चुका हो, अपने करीबी दोस्तों और परिवार वालों को भोज की एक प्लेट बेचना न सिर्फ हैरान करने वाला है, बल्कि थोड़ा अटपटा भी लगता है। शादी का जश्न तो प्यार, खुशी और एकजुटता का मौका होता है, फिर भोजन के लिए कीमत वसूलना? ये तो ऐसा है जैसे मेहमानों को दावत देने के बजाय उनसे बिल थमा दिया जाए।' दूसरे ने इसे 'बेतुका और चालाकी भरा' बताते हुए कहा, 'आपकी शादी में शामिल होने के लिए सभी ने बहुत पैसा और समय खर्च किया है। समय पर खाना परोसने के लिए उनसे अतिरिक्त पैसे वसूलना बहुत ही भयानक है।' कई लोगों ने इस स्थिति में शादी छोड़कर जाने की बात कही। एक व्यक्ति ने टिप्पणी की, 'मैं उस शादी से बाहर निकल जाता और घर जाते समय मैकडॉनल्ड्स ड्राइव-थ्रू ले लेता।' वहीं, एक अन्य ने लिखा, 'मैं अपना कार्ड लेकर कैसे बाहर निकलता।'


शादी के शिष्टाचार पर उठे सवाल

इस घटना ने शादी के आयोजनों में मेहमानों के प्रति सम्मान और शिष्टाचार के महत्व को फिर से रेखांकित किया है। सोशल मीडिया पर चल रही बहस में लोग इस बात पर जोर दे रहे हैं कि शादी जैसे खास मौके पर मेहमानों की भावनाओं का ख्याल रखना कितना जरूरी है। इस तरह के कदमों को कई लोगों ने स्वार्थी और असंवेदनशील करार दिया, जिसने शादी जैसे पवित्र अवसर की गरिमा को ठेस पहुंचाई।

यह वायरल घटना न केवल एक अनोखी खबर बनकर सामने आई, बल्कि इसने शादी के आयोजनों में नैतिकता और मेहमाननवाजी के महत्व को भी उजागर किया। लोगों की प्रतिक्रियाओं से साफ है कि इस तरह के कदम मेहमानों के बीच नाराजगी और असहजता पैदा कर सकते हैं। यह घटना हमें याद दिलाती है कि शादी का असली मकसद अपनों के साथ खुशी बांटना है, न कि इसे आर्थिक लाभ का अवसर बनाना।