सिंहस्थ कुंभ मेला 2027: नासिक में तैयारियों पर राजनीति गरमाई
नासिक कुंभ मेला 2027 की तैयारियों पर विवाद
Nashik Kumbh Mela 2027: 2027 में आयोजित होने वाले सिंहस्थ कुंभ मेले को लेकर महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति में हलचल बढ़ गई है। राज्य सरकार ने नासिक में भव्य तैयारियों की घोषणा की है, जबकि शिवसेना (उद्धव गुट) ने इस पर तीखे आरोप लगाए हैं। राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि कुंभ का आयोजन महाराष्ट्र में हो रहा है, लेकिन सभी वित्तीय लाभ और ठेके गुजरात के ठेकेदारों को दिए जा रहे हैं। राउत का कहना है कि नासिक की जनता के पैसे से गुजरात के व्यापारियों को लाभ पहुंचाया जाएगा, जबकि स्थानीय लोगों को कुछ नहीं मिलेगा।
मुख्यमंत्री फडणवीस का बड़ा ऐलान
फडणवीस का मेगा प्रोजेक्ट का बड़ा ऐलान
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को नासिक में कुंभ मेले की तैयारियों पर एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में 13 अखाड़ों के प्रमुख प्रतिनिधि, संत, कैबिनेट मंत्री और उच्च अधिकारी शामिल थे। फडणवीस ने मीडिया से बातचीत में बताया कि कुंभ के लिए लगभग 4000 से 4500 करोड़ रुपये की लागत से नासिक में बुनियादी ढांचे को नया रूप दिया जाएगा, जिसमें सड़कें, पानी, शौचालय, सुरक्षा और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं शामिल होंगी। इसके अलावा, 2000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त प्रोजेक्ट भी पाइपलाइन में हैं। टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन यहीं से राजनीति का खेल शुरू होता है।
संजय राउत का तीखा तंज
यह कुंभ है या गुजरात को गिफ्ट- संजय राउत
राउत ने कहा कि कुंभ मेले के नाम पर सभी कार्य गुजरात में केंद्रित हो रहे हैं। महाराष्ट्र को कुछ नहीं मिलने वाला है। यहां के धन का उपयोग बाहरी ठेकेदारों के लिए किया जा रहा है। उनके अनुसार, साधु-संत केवल भजन करने आएंगे और फिर चले जाएंगे। उनका आरोप है कि कुंभ के बहाने राज्य सरकार 'ठेका राजनीति' कर रही है। कुंभ मेला हमेशा से आस्था का केंद्र नहीं रहा, बल्कि यह राजनीतिक शक्ति दिखाने का मंच भी रहा है। इस बार भी कुछ अलग नहीं दिख रहा है। सरकार एक ओर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कर रही है, जबकि विपक्ष 'गुजरात प्रेम' पर सवाल उठा रहा है।