कामचटका में बारहसिंगों का अनोखा झुंड, ट्रैफिक जाम में फंसे ड्राइवर
कामचटका में बारहसिंगों का झुंड
नई दिल्ली: रूस के कामचटका क्षेत्र में ड्राइवरों को एक असामान्य स्थिति का सामना करना पड़ा, जब बारहसिंगों का एक विशाल झुंड सड़क पर आ गया, जिससे ट्रैफिक पूरी तरह से रुक गया। यह झुंड पहाड़ों की ओर बढ़ रहा था, जहां वे सर्दियों का समय बिताते हैं। पहाड़ों में उन्हें भोजन प्राप्त करना आसान होता है और कठोर मौसम में जीवित रहना भी सरल हो जाता है।
इस दृश्य का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है, जिस पर लोग विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ यूजर्स ने सुझाव दिया कि इस क्षेत्र में जानवरों के लिए एक विशेष पुल का निर्माण होना चाहिए ताकि ट्रैफिक जाम से बचा जा सके। कई लोग इसे प्रकृति की सुंदरता का एक अद्भुत उदाहरण मानते हैं और इसे भगवान का उपहार बताते हैं, जिसे संरक्षित करना चाहिए।
देखें वायरल वीडियो
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अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं
अन्य लोगों ने क्या लिखा?
कुछ लोगों ने कहा कि गाड़ियों में फंसे लोगों को थोड़ी देर रुकना पड़ेगा और उम्मीद है कि वे कुछ सामान लेकर निकले होंगे। एक यूजर ने लिखा कि नियम था कि शाम 6 बजे तक इंतजार करना होगा और कामचटका की यादों में कम से कम 12,000 कदम चलने होंगे। पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।
क्या पहले भी ऐसी घटना हुई है?
क्या पहले भी हुई ऐसी घटना?
इसी तरह की एक घटना नॉर्वे में भी हुई थी, जब बारहसिंगों का एक झुंड सड़क पर आ गया और ट्रैफिक रुक गया। नॉर्वे में बारहसिंगों की एक बड़ी आबादी है, जिसमें लगभग 250,000 बारहसिंगे हैं, जिनमें से केवल 25,000 जंगली हैं। बाकी पालतू माने जाते हैं और बड़ी संख्या में फ़िनमार्क काउंटी में रहते हैं।
नॉर्वे में बारहसिंगों की स्थिति
क्या थी वहां की स्थिति?
नॉर्वे में भी बारहसिंगों को एक दिशा में संगठित तरीके से ले जाते हुए देखा गया था, जिससे सड़क अस्थायी रूप से बंद हो गई थी। इतनी बड़ी संख्या में बारहसिंगों को एक साथ दौड़ते देखना एक अद्भुत दृश्य है। लोग कह रहे हैं कि इस तरह के ट्रैफिक में फंसना आम ट्रैफिक समस्याओं से बेहतर है। सोशल मीडिया पर इस ट्रेंड का इतना प्रभाव पड़ा कि दुनिया भर के लोग अपने देशों के उदाहरण देने लगे।