×

नोएडा में छात्रा के साथ पीजी संचालिका की बर्बरता, वीडियो वायरल

नोएडा में एक पीजी संचालिका द्वारा छात्रा के साथ की गई बर्बरता का मामला सामने आया है। छात्रा ने सिक्योरिटी मनी वापस मांगने पर संचालिका से बहस की, जिसके बाद संचालिका ने उसे बेरहमी से पीटा। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे लोगों में गुस्सा फैल गया है। पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। जानें पूरी कहानी और पुलिस की प्रतिक्रिया के बारे में।
 

नोएडा में हुई बर्बरता की घटना


नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक गंभीर घटना सामने आई है, जिसमें एक पीजी संचालिका ने छात्रा के साथ मारपीट की। यह घटना सेक्टर 62 के राज होम्स पीजी में हुई। मंगलवार शाम को हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि संचालिका एक छात्रा को बेरहमी से पीट रही है, जबकि वहां मौजूद लोग इसे केवल देख रहे हैं।


छात्रा की सिक्योरिटी मनी की मांग पर विवाद

जानकारी के अनुसार, छात्रा ने अपना कमरा खाली करने के बाद अपनी सिक्योरिटी मनी वापस लेने के लिए पीजी का दौरा किया। छात्रा का कहना है कि उसने यहां रहने के दौरान सिक्योरिटी के लिए पैसे जमा किए थे, जिन्हें वह अब वापस चाहती थी। जब उसने संचालिका से सिक्योरिटी मनी मांगी, तो दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। बहस बढ़ने पर संचालिका ने छात्रा पर हमला कर दिया।


संचालिका की बर्बरता

आरोप है कि संचालिका ने छात्रा के साथ न केवल बदसलूकी की, बल्कि उसे बाल खींचकर और थप्पड़ मारकर घायल कर दिया। इस घटना का वीडियो किसी राहगीर ने बना लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो के सामने आने के बाद लोगों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है, और कई लोग पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।


पुलिस की कार्रवाई

वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और मामले को संज्ञान में लिया। यह मामला सेक्टर 58 कोतवाली में दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता से संपर्क कर उसका बयान लिया गया है। एसीपी ने कहा कि पीड़िता की शिकायत पर आरोपी पीजी संचालिका के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।


पुलिस अधिकारी का बयान

पुलिस अधिकारी ने कहा कि वीडियो की जांच की जाएगी और उसमें दिख रही हर गतिविधि को सबूत के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। पुलिस ने यह भी बताया कि पीजी संचालिका के खिलाफ उचित धाराओं में कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है ताकि उसकी चोटों की जानकारी रिपोर्ट में दर्ज की जा सके।