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मथुरा में बागेश्वर धाम की पदयात्रा के दौरान विवाद, पुलिस ने स्थिति को संभाला

मथुरा में बागेश्वर धाम की पदयात्रा के दौरान कुछ हिंदू विरोधी तत्वों ने विवाद उत्पन्न किया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने स्थिति को तुरंत नियंत्रित किया और किसी गंभीर चोट की सूचना नहीं है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में घटना का दृश्य दिखाई दे रहा है। स्थानीय प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
 

पदयात्रा के दौरान मच गई अफरा-तफरी


मथुरा: बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने दिल्ली से वृंदावन तक 2.0 पदयात्रा का आयोजन किया है। इस दौरान मथुरा में अचानक कुछ हिंदू विरोधी तत्वों ने अपनी गाड़ी खड़ी कर दी, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस घटना के चलते मारपीट की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है।


घटना की जानकारी देने वाले उपस्थित लोग 


स्थानीय लोगों के अनुसार, यह घटना तब हुई जब एक कार सवार समूह ने पदयात्रा के बीच से निकलने का प्रयास किया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच बहस बढ़ गई, जिसके परिणामस्वरूप मामूली धक्का-मुक्की हुई। हालांकि, पुलिस ने बताया कि स्थिति को तुरंत नियंत्रित कर लिया गया और किसी गंभीर चोट की सूचना नहीं है।


वायरल वीडियो को सोशल मीडिया यूज़र @pushpraj_001 ने साझा किया है, जिसमें भीड़ और अफरा-तफरी का दृश्य दिखाई दे रहा है। इस घटना पर कई लोगों ने प्रतिक्रियाएं दी हैं, जिनमें धार्मिक सहिष्णुता और शांति बनाए रखने की अपील भी शामिल है। पुलिस ने कहा कि वे वीडियो की सत्यता और घटना के वास्तविक कारण की जांच कर रहे हैं।



मथुरा SSP की प्रतिक्रिया 


मथुरा के एसएसपी ने कहा, "हम सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की जांच कर रहे हैं। यदि किसी ने जानबूझकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।" स्थानीय सूत्रों के अनुसार, श्री बागेश्वर धाम से जुड़ी पदयात्रा बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के साथ निकाली जा रही थी। इसी दौरान कुछ व्यक्तियों और यात्रा में शामिल लोगों के बीच टकराव हुआ। बाद में पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुँचकर स्थिति को संभाला और लोगों से संयम बरतने की अपील की।


इस बीच, सोशल मीडिया पर वीडियो को लेकर दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। विशेषज्ञों का कहना है कि धार्मिक आयोजनों के दौरान इस तरह की घटनाएं सामाजिक सौहार्द को प्रभावित कर सकती हैं, इसलिए प्रशासन और आयोजकों को समन्वय और सुरक्षा की विशेष व्यवस्था करनी चाहिए। फिलहाल, पुलिस ने मामले में शांति बनाए रखने की अपील की है और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने को कहा है। इस मामले में झड़प के कारणों की पुष्टि नहीं की गई है।