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हल्द्वानी में आवारा सांडों की लड़ाई से मची अफरा-तफरी

हल्द्वानी में रविवार रात दो आवारा सांडों के बीच हुई लड़ाई ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी। यह घटना गौला रोड पर हुई, जहां सांडों ने सड़क पर दौड़ते हुए सब्जी के ठेलों को पलट दिया। दुकानदारों ने अपनी मेहनत की कमाई को बर्बाद होते देखा। स्थानीय लोग अब प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, क्योंकि आवारा जानवरों की समस्या बढ़ती जा रही है। जानें इस घटना के बारे में और स्थानीय लोगों की चिंताओं के बारे में।
 

हल्द्वानी में सांडों की लड़ाई


नैनीताल: उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी में रविवार रात एक अप्रत्याशित घटना घटी, जब लालकुआं के सेंचुरी गेट के पास गौला रोड पर दो आवारा सांडों के बीच भयंकर लड़ाई शुरू हो गई। यह सामान्य शाम अचानक एक खतरनाक स्थिति में बदल गई, जब सांडों ने एक-दूसरे पर हमला किया और सड़क पर बेतहाशा दौड़ने लगे, जिससे भारी नुकसान हुआ।


घटनास्थल पर अफरा-तफरी

गवाहों के अनुसार, सांड कुछ समय से सड़क पर घूम रहे थे। अचानक, वे एक-दूसरे पर टूट पड़े, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। जैसे ही सांड तेज गति से दौड़े, सड़क किनारे सब्जियों के ठेले पलट गए, जिससे सब्जियां चारों ओर बिखर गईं। विक्रेता अपनी मेहनत की कमाई को बर्बाद होते हुए देख रहे थे।



दहशत का माहौल

घटनास्थल पर मौजूद लोग, जिनमें दुकानदार और राहगीर शामिल थे, अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे। दहशत का माहौल बन गया था। कुछ लोग बाल-बाल बचे, जबकि अन्य ने खड़ी गाड़ियों और दुकानों के शटर के पीछे छिपकर अपनी जान बचाई। एक सब्जी विक्रेता ने अपनी टूटी हुई गाड़ी और बिखरी हुई सब्जियों की ओर इशारा करते हुए कहा, 'हम बस अपना काम कर रहे थे और अचानक सब कुछ उल्टा हो गया। सांड किसी को भी नुकसान पहुंचा सकते थे।'


आवारा सांडों की समस्या

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं हुआ है। आवारा सांड और गायें गौला रोड और आसपास के क्षेत्रों में एक गंभीर समस्या बन गई हैं। दिन हो या रात, लोग डर के मारे चलने को मजबूर हैं क्योंकि ये जानवर अक्सर सड़कें जाम कर देते हैं, एक-दूसरे पर हमला करते हैं और पैदल चलने वालों को भी चोट पहुंचा सकते हैं। दुकानदारों का कहना है कि वे शांति से काम नहीं कर सकते क्योंकि ये जानवर अक्सर सामान को नुकसान पहुंचाते हैं।


स्थानीय प्रशासन से कार्रवाई की मांग

रविवार रात की इस घटना के बाद, स्थानीय लोग और व्यापारी नगर पंचायत और स्थानीय प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उन्होंने अनुरोध किया है कि आवारा मवेशियों को तुरंत सड़कों से हटाया जाए और सुरक्षित गौशालाओं में भेजा जाए। स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कुछ नहीं किया गया, तो किसी भी दिन एक बड़ा हादसा हो सकता है।