अमेरिका में नेपाल के टीपीएस धारकों की समय सीमा 24 जून तक, अवैध अप्रवासी घोषित होंगे
काठमांडू, 25 फरवरी (हि.स.)। अमेरिकी आव्रजन अदालत पहले ही 3,500 नेपालियों के निर्वासन का आदेश दे चुकी है और जिनमें से लगभग 1,500 नागरिकों को नेपाली नागरिकों को टेंपररी प्रोटेक्शन स्टेटस (टीपीएस) का दर्जा हासिल था। अब अमेरिकी होमलैंड सुरक्षा विभाग ने अपने ताजा आदेश में टीपीएस को रद्द कर दिया है। अमेरिका में रह रहे नेपाल के टीपीएस धारकों की समय सीमा 24 जून को समाप्त हो रही है। इसके बाद वे सभी अवैध अप्रवासी घोषित हो जाएंगे और उन्हें हर हाल में स्वदेश लौटना होगा।
अब तक टीपीएस वाहकों को पूरे अमेरिका में काम करने की अनुमति मिल रही थी, जिसे अब रद्द करने का फैसला किया गया है। अमेरिका के टेंपररी प्रोटेक्शन स्टेटस (टीपीएस) को रद्द करने से यह सुविधा पाने वाले 17 देशों के करीब 8 लाख 50 हजार प्रवासी अवैध घोषित हो जाएंगे। ट्रम्प प्रशासन के इस फैसले से उन अप्रवासियों को या तो स्वयं घर लौटना होगा या अमेरिका उनके साथ अवैध अप्रवासियों की तरह व्यवहार करेगा और उन्हें घर वापस जाने के लिए मजबूर करेगा।
टीपीएस धारकों को हर साल अमेरिकी आव्रजन विभाग के साथ फिर से पंजीकृत करना होता था, लेकिन अब अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने टीपीएस धारकों के नए पंजीकरण या उसके दोबारा नवीकरण की प्रक्रिया भी बंद कर दी है।
इसी तरह सीरिया से 3800, कैमरून से 3200, निकारागुआ से 2900, बर्मा से 2300, यमन से 1800, सूडान, सोमालिया, साउथ सूडान, इथियोपिया आदि से आए अप्रवासियों ने भी टीपीएस सुविधा ली है। इनको अमेरिका के विभिन्न राज्यों में लाकर बसाया गया था, जिनमें सर्वाधिक फ्लोरिडा, टेक्सास, न्यूयॉर्क तथा कैलिफोर्निया में हैं। राष्ट्रीय आव्रजन फर्म के अनुसार अमेरिका में 3 लाख 50 हजार वेनेज़ुएला के नागरिक टीपीएस वाहक हैं। उनकी मान्यता इसी वर्ष अप्रैल तक ही है। इसी तरह होंडुरस के टीपीएस वाहकों की तीसरी सबसे बड़ी संख्या है। होंडुरास के 54 हजार लोगों ने टीपीएस लिया है, जबकि चौथा स्थान यूक्रेन का है। यूक्रेन में लगभग 50 हजार लोगों ने अब तक टीपीएस लिया है। अफगानिस्तान पांचवें स्थान पर है। यहां के करीब 8,200 लोगों को टीपीएस सुविधा मिल चुकी है, जबकि नेपाल यह सुविधा पाने में छठे स्थान पर है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास