अफगानिस्तान-पाकिस्तान तनाव: युद्ध की आशंका बढ़ी
अफगानिस्तान-पाकिस्तान तनाव
अफगानिस्तान-पाकिस्तान तनाव: वर्तमान में विश्वभर में युद्ध और संघर्ष का माहौल व्याप्त है, जिससे तीसरे विश्व युद्ध की आशंका बढ़ गई है। एक ओर इजरायल और हमास के बीच शांति की कोशिशें चल रही हैं, वहीं दूसरी ओर अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष पिछले दो वर्षों से जारी है।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा विवाद गहरा हो गया है। मंगलवार को ऐसा प्रतीत हुआ कि शांति स्थापित हो गई है, लेकिन कुछ घंटों बाद ही दोनों देशों ने एक-दूसरे पर हमले शुरू कर दिए।
चेक पोस्ट पर कब्जा का दावा
सूत्रों के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में तालिबान और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच भीषण संघर्ष शुरू हुआ। पाकिस्तान ने इस टकराव के लिए बिना उकसावे की गोलीबारी का आरोप लगाया है, जिसके जवाब में पाक सेना ने पूरी ताकत से प्रतिक्रिया दी। दोनों पक्षों को भारी नुकसान होने की खबरें हैं, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। कुछ दिन पहले सऊदी अरब और कतर की मदद से संघर्ष को शांत किया गया था, लेकिन अब फिर से लड़ाई शुरू हो गई है।
तालिबानी टैंक को नष्ट करने का दावा
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का वीजा अफगान अधिकारियों द्वारा तीन बार खारिज किया गया था। उन्होंने कहा था कि सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण है और किसी भी समय लड़ाई हो सकती है। इसके बाद मंगलवार की रात संघर्ष शुरू हुआ। पाकिस्तानी सूत्रों के अनुसार, पाक सेना ने अफगान सेना को भारी नुकसान पहुंचाते हुए कई चौकियों पर कब्जा कर लिया और एक तालिबानी टैंक को नष्ट कर दिया। हालांकि, अफगानिस्तान ने इन दावों का खंडन किया है।
तालिबान की मांग
अफगानिस्तान का कहना है कि तालिबान के ड्रोन हमलों से पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने एक वीडियो भी साझा किया है जिसमें तालिबान ड्रोन से पाकिस्तानी पोस्ट पर हमला करते हुए दिखाई दे रहे हैं। अफगानिस्तान का दावा है कि उन्होंने मंगलवार की लड़ाई में पाकिस्तान के 7 सैनिकों को मार गिराया है। इसके साथ ही, उन्होंने पाकिस्तान से ISIS-खुरासान के प्रमुख नेताओं को सौंपने की मांग की है।
पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट हुए TTP के दो गुट
इस बीच, अफगानिस्तान में टीटीपी के दो गुट, जिनका नेतृत्व मुफ्ती अब्दुर रहमान और शेर खान कर रहे हैं, पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। डूरंड लाइन को लेकर पहले से विवाद चल रहा है, जिसे ब्रिटिश सरकार ने भारत और अफगानिस्तान के विभाजन के दौरान खींचा था। अब पाकिस्तान इस रेखा को अवैध मानता है।