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अमेरिका में एप्स्टीन दस्तावेजों पर नई बहस, पारदर्शिता पर उठे सवाल

हाल ही में अमेरिका में जेफ्री एप्स्टीन से जुड़े दस्तावेजों का नया खुलासा हुआ है, जिसने पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अमेरिकी न्याय विभाग ने एप्स्टीन और उसकी सहयोगी घिसलेन मैक्सवेल के सेक्स ट्रैफिकिंग मामलों से जुड़े हजारों दस्तावेज जारी किए हैं, लेकिन इनमें से कई महत्वपूर्ण जानकारी को छिपा दिया गया है। इस खुलासे ने राजनीतिक और न्यायिक दोनों ही मोर्चों पर बहस को जन्म दिया है। जानें इस मामले में क्या नया है और आगे क्या हो सकता है।
 

एप्स्टीन से जुड़े दस्तावेजों का नया खुलासा

अमेरिका में जेफ्री एप्स्टीन से संबंधित दस्तावेजों पर चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है। हाल ही में, अमेरिकी न्याय विभाग ने एप्स्टीन और उसकी सहयोगी घिसलेन मैक्सवेल के यौन तस्करी मामलों से जुड़े हजारों नए दस्तावेज जारी किए हैं।


 


यह जानकारी एप्स्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट के तहत साझा की गई है, जिस पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले नवंबर में हस्ताक्षर किए थे। हालांकि, दस्तावेजों में व्यापक रूप से की गई काट-छांट और कुछ फाइलों के अचानक गायब होने से पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।




जारी किए गए दस्तावेजों में कई नाम, बयान और तस्वीरें आंशिक या पूरी तरह से छिपाई गई हैं। अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं का कहना है कि इतनी अधिक कटौती से सच्चाई सामने आने की संभावना कम हो जाती है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कम से कम 16 फाइलें पहले जारी होने के बाद वेबसाइट से हटा दी गईं, जिनमें एक तस्वीर भी शामिल थी जिसमें राष्ट्रपति ट्रंप दिखाई दे रहे थे।




यह कानून सरकार को एप्स्टीन से जुड़े सभी गैर-गोपनीय रिकॉर्ड को सार्वजनिक करने के लिए बाध्य करता है। इससे पहले, 2024 की शुरुआत में लगभग 950 पन्नों के दस्तावेज सामने आए थे। नए दस्तावेजों में यह पुष्टि हुई है कि 1996 में एफबीआई को एप्स्टीन के कथित अपराधों की जानकारी मिल गई थी, लेकिन उस समय कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। पीड़िता मारिया फार्मर ने कहा कि यह खुलासा उनके लिए न्याय जैसा महसूस होता है।




नई फाइलों में ग्रैंड जूरी के बयान भी शामिल हैं, जिनमें कई लड़कियों और युवतियों ने एप्स्टीन द्वारा पैसे देकर यौन शोषण कराने के आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सबसे कम उम्र की पीड़िता 14 वर्ष की थी। कुछ बयानों में यह भी सामने आया है कि पीड़िताओं से अन्य लड़कियों को लाने के लिए कहा जाता था और इसके बदले पैसे दिए जाते थे।




इन दस्तावेजों के साथ कई तस्वीरें भी जारी की गई हैं, जिनमें एप्स्टीन के साथ कई प्रमुख और चर्चित हस्तियां नजर आती हैं। इनमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू, अभिनेता केविन स्पेसी, उद्योगपति रिचर्ड ब्रैनसन और पॉप स्टार्स माइकल जैक्सन व मिक जैगर शामिल हैं। हालांकि, न्याय विभाग ने इन तस्वीरों के संदर्भ या परिस्थितियों पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी।




डोनाल्ड ट्रंप का नाम या तस्वीरें दस्तावेजों में बहुत सीमित रूप से ही दिखाई देती हैं, और वे पहले से सार्वजनिक तस्वीरों जैसी ही बताई जा रही हैं। एक दस्तावेज में यह आरोप दर्ज है कि एप्स्टीन ने एक नाबालिग लड़की को ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित रिसॉर्ट में ले गया था, लेकिन उस शिकायत में ट्रंप पर सीधे तौर पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि मौजूदा प्रशासन अब तक का सबसे पारदर्शी प्रशासन है।




इस बीच, डेमोक्रेट सांसदों ने आरोप लगाया है कि कुछ विशेष तस्वीरों को जानबूझकर हटाया गया है और सच्चाई को छुपाया जा रहा है। न्याय विभाग का कहना है कि पीड़ितों की पहचान, चल रही जांच और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी सूचनाओं की वजह से कटौती आवश्यक है।




हालांकि, विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों में और दस्तावेज जारी किए जाएंगे। इसके बावजूद, कई सांसदों और पीड़ितों के वकीलों का मानना है कि कानून की भावना के अनुरूप पूरी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। अब यह देखना होगा कि कांग्रेस या अदालत के जरिए आगे और खुलासे हो पाते हैं या नहीं, लेकिन फिलहाल एप्स्टीन फाइल्स को लेकर अमेरिका की सियासत और न्याय व्यवस्था दोनों सवालों के घेरे में हैं।