अमेरिकी दूतावास का नया अलर्ट: H-1B और H-4 वीजा आवेदकों के लिए बढ़ी जांच प्रक्रिया
H-1B और H-4 वीजा आवेदकों के लिए महत्वपूर्ण सूचना
नई दिल्ली: अमेरिकी दूतावास ने H-1B और H-4 वीजा के आवेदकों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। इसमें बताया गया है कि अब सभी H-1B और H-4 वीजा आवेदकों की ऑनलाइन और सोशल मीडिया की जांच को अनिवार्य रूप से बढ़ा दिया गया है। यह प्रक्रिया सभी देशों के आवेदकों पर लागू होगी।
दूतावास ने वीजा आवेदकों को सलाह दी है कि वे जल्द से जल्द आवेदन करें और इन वीजा श्रेणियों के लिए अतिरिक्त प्रोसेसिंग समय की उम्मीद करें। यह जानकारी ऐसे समय में आई है जब भारत में कई H-1B वीजा आवेदकों के पहले से निर्धारित इंटरव्यू अचानक स्थगित कर दिए गए हैं। कई आवेदकों के इंटरव्यू अब तीन से पांच महीने आगे बढ़ा दिए गए हैं।
अमेरिकी दूतावास की जानकारी
इससे उन भारतीयों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है जो नौकरी के सिलसिले में अमेरिका लौटने की तैयारी कर रहे हैं। अमेरिकी दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि 15 दिसंबर से विदेश विभाग ने H-1B और H-4 वीजा के लिए ऑनलाइन उपस्थिति की समीक्षा को मानक जांच प्रक्रिया का हिस्सा बना दिया है।
इस कदम का उद्देश्य
यह कदम H-1B वीजा कार्यक्रम के दुरुपयोग को रोकने के लिए उठाया गया है। दूतावास का कहना है कि इसके बावजूद योग्य विदेशी पेशेवरों को नौकरी देने की प्रक्रिया जारी रहेगी। H-1B वीजा अमेरिकी तकनीकी कंपनियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके माध्यम से कंपनियां कुशल विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करती हैं। भारतीय पेशेवर, विशेषकर आईटी विशेषज्ञ और डॉक्टर, H-1B वीजा धारकों का एक बड़ा हिस्सा हैं।
नई जांच प्रक्रिया के कारण भारत में 15 दिसंबर के बाद निर्धारित सभी इंटरव्यू को पुनर्निर्धारित किया गया है। कुछ आवेदकों को मार्च और कुछ को मई तक की नई तारीखें दी गई हैं। बड़ी संख्या में भारतीय पहले ही भारत लौट चुके हैं और अब उनके पास अमेरिका लौटने के लिए वैध वीजा नहीं है, जिससे उनकी नौकरी और व्यक्तिगत जीवन पर असर पड़ रहा है।
अमेरिकी दूतावास की स्थिति
अमेरिकी दूतावास ने पहले भी स्पष्ट किया है कि अमेरिकी वीजा कोई अधिकार नहीं है, बल्कि एक विशेष सुविधा है। दूतावास ने कहा है कि वीजा जारी होने के बाद भी जांच प्रक्रिया जारी रहती है और यदि कोई कानून तोड़ता है, तो वीजा रद्द किया जा सकता है।
भारत सरकार ने भी संसद में बताया है कि अमेरिका अब हर वीजा आवेदन को राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित निर्णय मान रहा है। इसके चलते छात्र वीजा के साथ-साथ H-1B और H-4 वीजा पर भी कड़ी जांच की जा रही है।