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इथियोपिया के ज्वालामुखी विस्फोट से भारत में राख का प्रभाव

इथियोपिया में हाल ही में हुए ज्वालामुखी विस्फोट के कारण भारत के आकाश में राख फैल गई, जिससे कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। हालांकि, इसका आम लोगों पर बहुत कम प्रभाव पड़ा। यमन और ओमान की सरकारों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। जानें इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
 

इथियोपिया का ज्वालामुखी विस्फोट

नई दिल्ली। सोमवार रात को इथियोपिया में फटे ज्वालामुखी की राख भारत के आकाश में फैल गई। हालांकि, मंगलवार की शाम तक भारतीय आकाश साफ हो गया और राख चीन की दिशा में बढ़ गई। उल्लेखनीय है कि इथियोपिया का हेली गुब्बी ज्वालामुखी 12,000 वर्षों के बाद रविवार को फटा था। इस विस्फोट से उत्पन्न राख और सल्फर डाइऑक्साइड लगभग 15 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंच गई, जो लाल सागर को पार करते हुए यमन और ओमान तक फैल गई।


राख का फैलाव और एयर इंडिया की उड़ानें

सोमवार रात लगभग 11 बजे, यह राख इथियोपिया से लगभग 4,500 किलोमीटर दूर भारत के राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और एनसीआर तथा पंजाब तक फैल गई। मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया कि राख के बादल शाम साढ़े सात बजे तक भारत से हट जाएंगे और चीन की ओर बढ़ेंगे। हालांकि, इस राख के गुबार के कारण एयर इंडिया ने अपनी 11 उड़ानें रद्द कर दी थीं।


सावधानी बरतने की सलाह

इथियोपिया से आई इस राख की ऊंचाई इतनी अधिक थी कि इसका आम लोगों की जिंदगी पर बहुत कम प्रभाव पड़ा। हालांकि, यमन और ओमान की सरकार ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी, विशेषकर उन लोगों को जो सांस की समस्याओं से ग्रस्त हैं। इसके अलावा, आसमान में फैली राख के कारण हवाई जहाजों को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता था। कहा जा रहा था कि राख के कण इंजन को नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए अंतरराष्ट्रीय विमानन प्रोटोकॉल के तहत सतर्कता बरती जा रही थी।