एयर चाइना की उड़ान में लिथियम बैटरी से लगी आग, आपात लैंडिंग
एयर चाइना की उड़ान में आपात स्थिति
एयर चाइना की उड़ान CA139 की आपात लैंडिंग: शनिवार को हांगझोउ से सियोल के लिए उड़ान भरने वाली एयर चाइना की फ्लाइट को बीच में ही आपात लैंडिंग करनी पड़ी। यह घटना तब हुई जब एक यात्री के बैग में रखी लिथियम बैटरी अचानक आग पकड़ ली।
जैसे ही धुआं फैलने लगा, यात्रियों में हड़कंप मच गया। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में देखा गया कि यात्री और क्रू मिलकर आग बुझाने का प्रयास कर रहे थे। सभी यात्री सुरक्षित हैं, लेकिन यह घटना लिथियम बैटरियों से जुड़ी खतरनाक घटनाओं की बढ़ती संख्या को फिर से उजागर करती है।
यात्रियों में दहशत का माहौल
एयर चाइना की फ्लाइट CA139 ने शनिवार सुबह 9:47 बजे हांगझोउ से इंचियोन के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान के दौरान, जब विमान शंघाई के ऊपर था, अचानक ओवरहेड बिन से धुआं और आग की लपटें उठने लगीं। यात्रियों में भगदड़ मच गई और वे चिल्लाने लगे, 'हैरी अप, हैरी अप!' वायरल वीडियो में क्रू सदस्य और यात्री मिलकर आग पर काबू पाने की कोशिश करते हुए दिखाई दिए।
आग का कारण लिथियम बैटरी
लिथियम बैटरी का स्वतः स्फुरण: एयरलाइन ने बताया कि आग एक यात्री के कैरी-ऑन बैग में रखी लिथियम बैटरी के स्वतः स्फुरण के कारण लगी थी। यह बैटरी ओवरहेड कम्पार्टमेंट में रखी गई थी, जो अचानक गर्म होकर भड़क उठी। पिछले कुछ वर्षों में कई विमानन कंपनियों को इसी कारण आपात स्थिति का सामना करना पड़ा है। सौभाग्य से, फ्लाइट क्रू ने तुरंत स्थिति को संभाला और किसी को गंभीर चोट नहीं आई।
पायलट की सूझबूझ से सुरक्षित लैंडिंग
शंघाई में आपात लैंडिंग: आग पर काबू पाने के बाद, पायलट ने विमान को शंघाई पुडोंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर मोड़ दिया। वहां विमान ने आपात लैंडिंग की और सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। एयर चाइना ने कहा कि यह कदम फ्लाइट की सुरक्षा के लिए आवश्यक था। बाद में यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों से उनके गंतव्य तक भेजा गया। एयरलाइन ने आश्वासन दिया कि बाकी फ्लाइट संचालन सामान्य रूप से जारी हैं।
लिथियम बैटरी घटनाओं पर चिंता
सुरक्षा नियमों की आवश्यकता: यह घटना पहली बार नहीं हुई है। मई में, चाइना साउदर्न एयरलाइंस की फ्लाइट को भी लौटना पड़ा था जब कैमरा बैटरी और पावर बैंक से धुआं निकला था। इसी साल जनवरी में दक्षिण कोरिया की एयर बसान की फ्लाइट में भी बैटरी फटने से आग लगी थी। इन घटनाओं के बाद, चीन ने लिथियम बैटरियों और पावर बैंकों के लिए कड़े सुरक्षा नियम बनाए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि एयरलाइंस को इन बैटरियों के परिवहन पर और सख्ती से निगरानी रखनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।