×

कनाडा में भारतीय छात्र की दर्दनाक मौत: परिवार ने उठाए सवाल

कनाडा में भारतीय मूल के छात्र प्रशांत श्रीकुमार की अस्पताल में दर्दनाक मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। परिवार का कहना है कि प्रशांत को सीने में तेज दर्द के बावजूद लंबे समय तक बिना इलाज के रखा गया। इस घटना पर विदेश मंत्रालय ने संवेदनाएं व्यक्त की हैं और स्थानीय अधिकारियों से संपर्क में हैं। प्रशांत के परिवार में पत्नी और तीन छोटे बच्चे हैं, जो अब इस दुखद घटना के कारण न्याय की मांग कर रहे हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और अस्पताल की प्रतिक्रिया।
 

कनाडा में भारतीय छात्र की मृत्यु पर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया

कनाडा में एक भारतीय छात्र की मृत्यु के मामले में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वे मृतक के परिवार के संपर्क में हैं। उन्होंने इसे अत्यंत दुखद घटना बताया और अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। मंत्रालय ने स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर मृत्यु के कारणों की जांच करने का आश्वासन दिया है। भारतीय दूतावास परिवार को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। एडमंटन के एक अस्पताल में 44 वर्षीय प्रशांत श्रीकुमार की मौत उस समय हुई जब वह इमरजेंसी वार्ड में इलाज के लिए घंटों तक इंतजार करते रहे।


प्रशांत श्रीकुमार की स्वास्थ्य स्थिति

प्रशांत को 22 दिसंबर को काम के दौरान सीने में तेज दर्द का अनुभव हुआ। उन्हें ग्रे नन्स अस्पताल में ले जाया गया, जहां प्रारंभिक जांच के बाद उन्हें प्रतीक्षा कक्ष में बैठने के लिए कहा गया। उनके पिता कुमार श्रीकुमार भी वहां पहुंचे और बताया कि प्रशांत ने उन्हें कहा, 'पापा, मैं दर्द सहन नहीं कर पा रहा हूं।' अस्पताल के कर्मचारियों को भी उन्होंने अपनी असहनीय पीड़ा के बारे में बताया। परिवार के अनुसार, प्रशांत का इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) किया गया, लेकिन रिपोर्ट में कोई समस्या नहीं पाई गई और उन्हें इंतजार करने को कहा गया।


प्रशांत की अचानक मृत्यु

कुमार ने बताया कि प्रशांत को दर्द के लिए टाएलेनॉल दिया गया था, लेकिन समय बीतने के साथ उनका रक्तचाप बढ़ता गया। आठ घंटे बाद, जब प्रशांत को उपचार के लिए बुलाया गया, तो वह अचानक गिर पड़े। रिपोर्ट के अनुसार, नर्सों ने चिकित्सकों को बुलाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और उनकी मृत्यु हृदयाघात के कारण हुई। प्रशांत के परिवार में पत्नी और तीन छोटे बच्चे हैं। कुमार ने कहा कि प्रशांत अपने परिवार के प्रति समर्पित थे और हर कोई उन्हें एक अच्छे इंसान के रूप में जानता था।


परिवार की चिंताएं और अस्पताल की प्रतिक्रिया

प्रशांत के परिवार और मित्र अब यह जानना चाहते हैं कि सीने में दर्द से पीड़ित मरीज को इतनी देर तक बिना इलाज के क्यों छोड़ा गया। अस्पताल चलाने वाली संस्था कवेनेंट हेल्थ ने गोपनीयता का हवाला देते हुए टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि मुख्य चिकित्सा परीक्षक कार्यालय मामले की जांच कर रहा है। संस्था ने मरीज के परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना व्यक्त की। प्रशांत के परिवार ने कहा कि उन्हें हमेशा इस बात का दुख रहेगा कि उनकी मृत्यु अस्पताल में दर्द से तड़पते हुए हुई और किसी चिकित्सक ने उन्हें देखा तक नहीं। कुमार ने कहा कि उन्हें बेवजह उनका बेटा छीन लिया गया।