कानपुर में ट्रेन हादसा टला: जानबूझकर रखी गई बेंच से टकराई ट्रेन
कानपुर में ट्रेन दुर्घटना की कोशिश
कानपुर में ट्रेन हादसा टला: कानपुर-कासगंज रेलवे ट्रैक पर एक बार फिर एक गंभीर ट्रेन हादसे की साजिश का मामला सामने आया है। यह घटना चौबेपुर और शिवराजपुर स्टेशन के बीच देदुपुर अंडरपास के पास हुई, जहां सोमवार रात लगभग 11:50 बजे एक पैसेंजर ट्रेन लकड़ी की बेंच से टकरा गई, जिसे जानबूझकर रेलवे लाइन पर रखा गया था। सौभाग्य से, लोको पायलट ने समय रहते ट्रेन को रोका और स्टेशन मास्टर को सूचित किया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
जीआरपी और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
सूचना मिलने पर जीआरपी और रेलवे सेक्शन की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। जांच में ट्रैक के पास एक टूटी हुई लकड़ी की बेंच मिली, जो पास के शराब के ठेके से संबंधित बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि ठेका रात में बंद होने के बाद बेंच बाहर रखी जाती थी। रेलवे के जूनियर इंजीनियर पंकज गुप्ता की शिकायत पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जिसमें ट्रेन को नुकसान पहुँचाने और जानबूझकर षड्यंत्र रचने जैसी धाराएं शामिल हैं। इसके साथ ही दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पहले भी हुई हैं ऐसी कोशिशें
यह पहली बार नहीं है जब इस रूट पर ट्रेन को निशाना बनाने की कोशिश की गई है। इससे पहले सितंबर 2024 में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की बड़ी साजिश की गई थी। उस समय बिल्हौर स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलिंडर रखा गया था, साथ ही वहां पेट्रोल बम और विस्फोटक सामग्री भी पाई गई थी। रेलवे ने इसे गंभीरता से लिया था, लेकिन अब तक उस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता
इस बार की घटना ने रेलवे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को फिर से सतर्क कर दिया है। मंगलवार सुबह आरपीएफ अधिकारी आरपी मीना भी मौके पर पहुंचे और निरीक्षण किया। चौबेपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि पुलिस और जीआरपी दोनों मिलकर मामले की गहन जांच कर रहे हैं। ट्रैक पर इस प्रकार की घटनाएं न केवल रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि यह संकेत देती हैं कि किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की कोशिश हो रही है।