क्या डोनाल्ड ट्रंप सच में भारत-पाक विवाद सुलझाने में सक्षम हैं?
ट्रंप की मध्यस्थता पर बड़ा बयान
Trump India Pakistan mediation: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अपनी मध्यस्थता क्षमताओं को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। मिडिल ईस्ट की यात्रा पर जाने से पहले, ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कई पुराने और जटिल संघर्षों को शांति से सुलझाने में सफलता प्राप्त की है, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच का विवाद भी शामिल है।
गाजा संघर्ष पर ट्रंप का दावा
ट्रंप ने कहा कि गाजा में हालिया सीजफायर उनके द्वारा मध्यस्थता किए गए आठवें युद्ध का परिणाम है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष को भी वह सुलझाने का इरादा रखते हैं। उनका दावा है कि वह युद्धों को हल करने में विशेषज्ञता रखते हैं।
भारत-पाक संघर्ष पर ट्रंप का दावा
भारत और पाकिस्तान के बीच के पुराने युद्धों का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि कुछ संघर्ष दशकों तक चले, जिसमें लाखों लोग प्रभावित हुए। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कई मामलों को एक ही दिन में सुलझा दिया। ट्रंप का कहना है कि उन्होंने आर्थिक दबाव के माध्यम से यह सफलता प्राप्त की, विशेषकर टैरिफ और व्यापार नीतियों के जरिए।
उदाहरण देते हुए, ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि यदि वे युद्ध करते हैं, तो उन पर 100% से 200% तक का टैरिफ लगाया जाएगा। उनके अनुसार, इस धमकी के बाद 24 घंटे के भीतर युद्ध रुक गया। हालांकि, भारत सरकार ने इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
भारत का स्पष्ट इनकार
भारत ने स्पष्ट किया है कि मई 2025 में घोषित सीजफायर उसकी स्वतंत्र पहल थी और इसमें किसी तीसरे देश की कोई भूमिका नहीं थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा था कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में किसी के कहने पर कोई बदलाव नहीं किया। विदेश मंत्रालय ने भी यह स्पष्ट किया कि अमेरिका के साथ व्यापार और टैरिफ की चर्चा का ऑपरेशन सिंदूर से कोई संबंध नहीं है।
लोगों की जान बचाना लक्ष्य
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने ये सब किसी पुरस्कार के लिए नहीं किया। उनका उद्देश्य लोगों की जान बचाना था। उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिलता है, तो यह उनके लिए गर्व की बात होगी।
गाजा युद्ध खत्म
ट्रंप ने एयरफोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए गाजा में युद्धविराम की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि अब युद्ध समाप्त हो चुका है और सभी इस निर्णय से संतुष्ट हैं, चाहे वे यहूदी हों, मुसलमान या अरब राष्ट्र।
मिस्र में शांति सम्मेलन की तैयारी
इजराइल यात्रा के बाद, ट्रंप मिस्र जाएंगे, जहां वे एक वैश्विक शांति सम्मेलन में भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि इसमें दुनिया के कई प्रमुख और शक्तिशाली देशों के नेता शामिल होंगे, और सभी गाज़ा पुनर्निर्माण और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए सहमत हैं।