क्या पाकिस्तान की सरकार कर रही है नकली आतंकवादी हमलों का इस्तेमाल? खैबर पख्तूनख्वा के सीएम का बड़ा आरोप
मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी के गंभीर आरोप
नई दिल्ली: खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने पाकिस्तान सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस्लामाबाद अपने राजनीतिक लाभ के लिए "नकली आतंकी हमलों" का सहारा ले रहा है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार जानबूझकर केपी प्रांत में गढ़े गए आतंकी घटनाओं को अंजाम देकर क्षेत्र में अस्थिरता बनाए रखती है, जिससे स्थानीय शांति प्रयासों में बाधा आती है। उनके अनुसार, पाकिस्तान लंबे समय से "आतंकवाद को बढ़ावा देने" की नीति पर चल रहा है, जिससे कुछ शक्तिशाली समूहों को लाभ होता है।
हिंसा में वृद्धि और राजनीतिक लाभ
हिंसा में बढ़ोतरी और सरकार पर गंभीर आरोप: अफरीदी का यह बयान तब आया है जब अफगानिस्तान से सटी केपी की सीमाओं पर हिंसा में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि कुछ शक्तिशाली लोग इस अस्थिरता से राजनीतिक लाभ उठाते हैं, जिससे शांति बहाल करने में बाधा आती है। उनका आरोप है कि यह हिंसा असली नहीं है, बल्कि राजनीतिक उद्देश्यों के लिए "गठित" की जाती है।
शांति प्रक्रिया में बाधा
मुख्यमंत्री ने उन घटनाओं की निंदा की, जिनमें... मुख्यमंत्री ने उन घटनाओं की निंदा की, जिनमें शांति पर चर्चा करने के लिए आयोजित "पीस जिरगा" में भाग लेने आए पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट (PTM) के कई सदस्यों का अपहरण कर लिया गया। उन्होंने इसे केंद्र सरकार द्वारा खैबर क्षेत्र में चल रही शांति प्रक्रिया को बाधित करने की सोची-समझी कोशिश बताया। उनके अनुसार, यह हरकत इस बात का प्रमाण है कि इस्लामाबाद शांति नहीं, बल्कि अपने राजनीतिक हितों को प्राथमिकता देता है।
आतंकवाद की वास्तविकता
आतंकवाद पूरी तरह बनाया हुआ है: अफरीदी ने कहा, "जो सोच 71 वर्षों से पाकिस्तान पर हावी रही है और जिसने खैबर पख्तूनख्वा में कभी शांति नहीं आने दी, उसी मानसिकता ने हमारे मेहमानों के अपहरण के जरिए साबित कर दिया कि यह आतंकवाद पूरी तरह बनाया हुआ है। शांति को जब चाहे बदल दिया जाता है, लेकिन यह सब लोगों की इच्छा से नहीं, बल्कि सत्ता में बैठे लोगों के हितों से तय होता है।"
दबाव में नहीं झुकेंगे
इमरान खान की तरह किसी दबाव में नहीं झुकेंगे: मुख्यमंत्री ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा के लोग इन "खुद पैदा किए गए आतंकी घटनाओं" और बंद कमरों में लिए जाने वाले उन फैसलों से तंग आ चुके हैं, जो वर्षों से क्षेत्र पर थोपे जाते रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे भी अपने नेता इमरान खान की तरह किसी दबाव में नहीं झुकेंगे। उन्होंने कहा, "जो भी हमारी शांति को बिगाड़ेगा, वह हमारा साझा दुश्मन है।"
नागरिकों की मौत और सेना पर आरोप
केपी में हवाई हमलों में नागरिकों की मौत: अफरीदी ने उन खबरों का भी जिक्र किया, जिनमें बताया गया था कि करीब दो महीने पहले तिराह घाटी के मातरे दारा गांव में पाकिस्तानी एयरफोर्स के एक हमले में 30 से अधिक नागरिक, जिनमें महिलाएँ और बच्चे भी शामिल थे, मारे गए थे। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएँ यह दिखाती हैं कि आतंकवाद के नाम पर स्थानीय जनता को निशाना बनाया जा रहा है।
सेना पर गंभीर आरोप
CM सोहेल ने सेना पर लगाए गंभीर आरोप: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) नेता और हाल ही में शपथ लेने वाले केपी के 30वें मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने सेना पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि Pashtun–बहुल इलाकों में चल रहे ऑपरेशनों का उद्देश्य आतंकवाद से लड़ना नहीं, बल्कि नागरिकों को निशाना बनाना है। उन्होंने ऐसे अभियानों को "युद्ध अपराध" जैसा बताया।
उग्रवाद की चपेट में क्षेत्र
FATA का क्षेत्र लंबे समय से उग्रवाद की चपेट में: खैबर पख्तूनख्वा और पूर्व FATA का क्षेत्र लंबे समय से उग्रवाद की चपेट में रहा है। 1980 के सोवियत-अफगान युद्ध से लेकर आज तक इस क्षेत्र पर अस्थिरता का साया कायम है। अफगानिस्तान से लगे खुले सीमांत, मजबूत जनजातीय ढांचा, और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) जैसे संगठनों की मौजूदगी ने इसे लगातार संघर्ष का केंद्र बनाए रखा है।
शांति की कोशिशों में बाधा
ऐसे कदम से क्षेत्र में शांति की कोशिशों नाकाम: अफरीदी की आलोचना उस समय और तेज हो गई जब हाल में पाकिस्तानी सेना पर अफगान क्षेत्र में हवाई हमले करने, नागरिक इलाकों को निशाना बनाने और यहां तक कि क्रिकेट खेलते बच्चों व स्कूलों पर हमले करने के आरोप लगे। उन्होंने कहा कि ऐसे कदम क्षेत्र में शांति की कोशिशों को नुकसान पहुंचाते हैं और पाकिस्तान की नीतियों की वास्तविक प्रकृति उजागर करते हैं।