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गाजा शांति सम्मेलन में शहबाज शरीफ का भाषण बना मजाक का विषय

गाजा शांति सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का भाषण विवाद का कारण बन गया। जहां उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की प्रशंसा की, वहीं सोशल मीडिया पर उनकी चापलूसी को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएँ आईं। जानें इस पर लोगों की राय और पाकिस्तान की कूटनीतिक स्थिति पर इसका प्रभाव।
 

शहबाज शरीफ का विवादास्पद भाषण


पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ: गाजा शांति सम्मेलन में शरीफ का भाषण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया। जहां सभी ने गाज़ा संकट पर गंभीरता से विचार करने की उम्मीद की थी, वहीं उनका पांच मिनट का भाषण पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रशंसा से भरा हुआ था।


सम्मेलन के दौरान, ट्रंप ने शरीफ से कहा कि वे वही बातें दोहराएं जो उन्होंने हाल ही में कहीं थीं। इसके बाद, शहबाज शरीफ ने ट्रंप को “शांति का दूत” और “नोबेल पुरस्कार के सबसे योग्य उम्मीदवार” के रूप में संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज का दिन आधुनिक इतिहास का सबसे महान दिन है, क्योंकि ट्रंप के प्रयासों से शांति संभव हुई है। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध को रोकने में ट्रंप की भूमिका की सराहना की।


ट्रंप ने इस प्रशंसा पर मुस्कुराते हुए कहा, “वाह! मैंने इसकी उम्मीद नहीं की थी। अब मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा।” लेकिन ट्रंप की मुस्कान के बावजूद, सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के प्रति नाराजगी और व्यंग्य की लहर दौड़ गई। ट्विटर और अन्य प्लेटफार्मों पर उपयोगकर्ताओं ने शरीफ के इस चापलूसी भरे भाषण को “शर्मनाक”, “घिनौनी” और “बेहद हास्यास्पद” करार दिया।


'पाकिस्तानी नेता इतने चमचे क्यों'- यूजर्स


इतिहासकार अम्मार अली जान ने एक पोस्ट में लिखा कि शहबाज शरीफ की अति चापलूसी पाकिस्तानियों के लिए वैश्विक स्तर पर शर्मिंदगी का कारण बन गई है। वहीं, एक अन्य उपयोगकर्ता वसीम ने लिखा, “पाकिस्तानी नेता इतने चमचे क्यों हैं? यह व्यक्ति फिलिस्तीन के संघर्ष को भी व्यक्तिगत लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहा है।”


कॉलमनिस्ट एस.एल. कंथन ने व्यंग्य करते हुए कहा, “जब भी ट्रंप को अपने जूते चमकवाने होते हैं, वह पाकिस्तान के छोटे प्रधानमंत्री को बुला लेते हैं। भू-राजनीति में इतना क्रिंज पहले कभी नहीं देखा।”


पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता हामिद अजहर ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में पाकिस्तानियों का मजाक उड़ाया जा रहा है। लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं, यह सरकार जनता की पसंद नहीं है। हम भी उतने ही शर्मिंदा हैं जितना बाकी दुनिया। इस पूरे विवाद ने पाकिस्तान की कूटनीतिक छवि को नुकसान पहुंचाया है और शरीफ की छवि को सोशल मीडिया पर गहरा धक्का दिया है।