गाजियाबाद में हरनंदीपुरम टाउनशिप योजना का भूमि अधिग्रहण शुरू
हरनंदीपुरम योजना का विकास
हरनंदीपुरम योजना गाजियाबाद: गाजियाबाद में हरनंदीपुरम टाउनशिप के निर्माण का कार्य अब तेजी से आगे बढ़ने वाला है। हाल ही में मेरठ में आयोजित गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) की बोर्ड बैठक में इस टाउनशिप के लिए आठ गांवों की भूमि अधिग्रहण का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया है। जीडीए अब उन किसानों की भूमि का अधिग्रहण करेगा, जिनसे अभी तक सहमति नहीं बन पाई थी।
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया
डीएम की अध्यक्षता में होगा भूमि अधिग्रहण
जीडीए के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि हरनंदीपुरम के लिए भूमि दरों का निर्धारण करने हेतु डीएम की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है। यह समिति भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 के अनुसार डीएम सर्किल रेट से चार गुना अधिक मुआवजा तय करेगी। हालांकि, किसानों से सहमति बनाने की प्रक्रिया धीमी चल रही थी, इसलिए अब अधिग्रहण के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। यह योजना दो चरणों में पूरी होगी और इसके लिए कुल 489.99 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।
भूमि अधिग्रहण के लिए चयनित गांव
इन गांवों की जमीन ली जाएगी
योजना के पहले चरण में मथुरापुर, शमशेर, चम्पतनगर, भनेड़ाखुर्द, और नंगला फिरोज मोहनपुर गांव शामिल हैं। दूसरे चरण में भोवापुर (53 हेक्टेयर), शाहपुर निज मोरटा (66 हेक्टेयर) और मोरटा गांव (5 हेक्टेयर) की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।
योजना के लाभ
लोगों को मिलेगा फायदा
यह योजना गाजियाबाद और दिल्ली-एनसीआर के निवासियों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगी। जो लोग अपने घर का सपना देख रहे हैं, उनके लिए यह योजना एक सुनहरा अवसर है। शहर से बाहर होने के कारण यहां घरों की कीमतें किफायती होंगी और इनमें आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
हाईटेक सुविधाओं से लैस टाउनशिप
पूरी टाउनशिप होगी हाईटेक
यह नई टाउनशिप पूरी तरह से हाईटेक सुविधाओं से सुसज्जित होगी। इसमें वर्षा जल संचयन प्रणाली (Rain Water Harvesting) होगी और जल निकासी एवं सीवरेज प्रणाली (Sewage System) की निगरानी के लिए एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया जाएगा। पानी और बिजली की बचत के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग किया जाएगा। यहां का जल प्रबंधन प्रणाली पूरी तरह से एआई आधारित होगी, जिससे पानी की बर्बादी रोकी जा सकेगी और लीकेज का तुरंत पता चल सकेगा।