चीन और अमेरिका के बीच सोयाबीन व्यापार में गिरावट का नया अध्याय
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव
US soybean: अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव ने एक नया मोड़ लिया है। सितंबर में चीन ने अमेरिका से सोयाबीन का एक भी टन आयात नहीं किया, जो नवंबर 2018 के बाद पहली बार हुआ है। इस दौरान, ब्राज़ील और अर्जेंटीना जैसे दक्षिण अमेरिकी देशों से चीन के सोयाबीन आयात में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
आंकड़ों का विश्लेषण
चीन के सीमा शुल्क प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में अमेरिका से सोयाबीन का आयात शून्य रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी समय में यह 17 लाख मीट्रिक टन था। इसके विपरीत, ब्राज़ील से आयात में 29.9% की वृद्धि हुई, जो 1.096 करोड़ टन तक पहुंच गया, और यह कुल आयात का लगभग 85.2% है। अर्जेंटीना से आयात में भी 91.5% की वृद्धि हुई, जो 11.7 लाख टन रहा और कुल आयात का लगभग 9% बना।
विश्लेषकों की राय
फ्यूचर्स के विश्लेषक वान चेंगझी
विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी सोयाबीन आयात में गिरावट का मुख्य कारण चीन द्वारा लगाए गए उच्च टैरिफ हैं। कैपिटल जिंगडू फ्यूचर्स के वान चेंगझी के अनुसार, "यह मुख्य रूप से टैरिफ का प्रभाव है। सामान्य वर्षों में पुराने स्टॉक से कुछ मात्रा में आयात होता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।"
आपूर्ति संकट का खतरा
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि चीन और अमेरिका के बीच कोई व्यापार समझौता नहीं हुआ, तो अमेरिकी किसानों को अरबों डॉलर का नुकसान हो सकता है। इसके साथ ही, चीन को अगले वर्ष फरवरी से अप्रैल के बीच आपूर्ति संकट का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि तब तक ब्राज़ील की नई फसलें बाजार में नहीं आएंगी। बीजिंग स्थित एगरेडार कंसल्टिंग के जॉनी जियांग के अनुसार, "यदि समझौता नहीं हुआ तो चीन को सोयाबीन की कमी का सामना करना पड़ सकता है।"
भविष्य की संभावनाएँ
सोयाबीन व्यापार को लेकर एक समझौता
जनवरी से सितंबर 2025 के बीच, चीन ने ब्राज़ील से 6.37 करोड़ टन और अर्जेंटीना से 29 लाख टन सोयाबीन आयात किया है। वहीं, अमेरिका से अब तक का कुल आयात 1.68 करोड़ टन रहा है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 15.5% अधिक है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल ही में कहा कि उन्हें विश्वास है कि जल्द ही सोयाबीन व्यापार को लेकर एक समझौता हो जाएगा। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वार्ता सफल नहीं हुई, तो इसका प्रभाव न केवल किसानों पर, बल्कि वैश्विक तेल बीज बाजार पर भी पड़ेगा।