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जेफरी एपस्टीन मामले में नए दस्तावेजों का खुलासा: क्या है ट्रंप का कनेक्शन?

अमेरिकी न्याय विभाग ने जेफरी एपस्टीन मामले में 10 लाख से अधिक नए दस्तावेजों की खोज की है, जिससे सभी फाइलों को सार्वजनिक करने में देरी हो रही है। इस मामले में डोनाल्ड ट्रंप का नाम भी कई बार सामने आया है। कांग्रेस द्वारा निर्धारित समय सीमा अब पूरी नहीं हो पाएगी। सांसदों ने इस देरी पर सवाल उठाए हैं और न्याय विभाग ने पारदर्शिता बनाए रखने का आश्वासन दिया है। नए दस्तावेजों में एपस्टीन के फर्जी पासपोर्ट और ट्रंप के साथ उड़ानों के सबूत शामिल हैं। यह मामला अमेरिकी राजनीति में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है।
 

महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा


अमेरिकी न्याय विभाग ने हाल ही में जेफरी एपस्टीन से जुड़े एक महत्वपूर्ण मामले में 10 लाख से अधिक नए दस्तावेजों की खोज की है। इस खोज के कारण सभी फाइलों को सार्वजनिक करने में और अधिक समय लगने की संभावना है। यह जानकारी बुधवार, 24 दिसंबर 2025 को साझा की गई।


नए दस्तावेजों की खोज

न्याय विभाग ने बताया कि न्यूयॉर्क के संघीय अभियोजकों और एफबीआई ने हाल ही में ये अतिरिक्त दस्तावेज प्राप्त किए हैं, जो एपस्टीन की जांच से संबंधित हो सकते हैं। विभाग के अनुसार, इतनी बड़ी मात्रा में सामग्री की समीक्षा और संवेदनशील जानकारी को हटाने में कुछ हफ्ते लग सकते हैं।


समय सीमा का उल्लंघन

कांग्रेस ने 'एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट' को पारित किया था, जिसमें 19 दिसंबर 2025 तक सभी फाइलों को जारी करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन नए दस्तावेजों की खोज के कारण यह समय सीमा पूरी नहीं हो पाई। अब तक हजारों पृष्ठ जारी किए जा चुके हैं, जिनमें तस्वीरें, साक्षात्कार, अदालती रिकॉर्ड और उड़ान लॉग शामिल हैं।


राजनीतिक और सार्वजनिक प्रतिक्रिया

कई सांसदों ने इस देरी पर सवाल उठाए हैं। डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों ने कहा है कि कानून का उल्लंघन हुआ है। कुछ सांसदों ने अवमानना की कार्रवाई की धमकी दी है। न्याय विभाग ने कहा है कि वह कानून का पालन कर रहा है और राष्ट्रपति ट्रंप के निर्देशों के तहत पारदर्शिता बनाए रखेगा।


जारी दस्तावेजों में नई जानकारी

हाल के दस्तावेजों में एपस्टीन के फर्जी पासपोर्ट की तस्वीरें, घिसलेन मैक्सवेल के ईमेल और जेल से संबंधित रिकॉर्ड शामिल हैं। ट्रंप के 1990 के दशक में एपस्टीन के जेट में उड़ान भरने के सबूत भी मिले हैं, हालांकि उन पर कोई गलत काम का आरोप नहीं है।


निष्कर्ष

एपस्टीन का मामला वर्षों बाद भी विवादास्पद बना हुआ है। लोग अधिक पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं ताकि यह स्पष्ट हो सके कि जांच में किन नामों का उल्लेख है। नए दस्तावेजों से और जानकारी सामने आने की उम्मीद है, लेकिन यह प्रक्रिया समय लेगी। पीड़ितों के लिए न्याय और सच्चाई की मांग जारी है।