×

ट्रंप का इजराइल संसद में ऐतिहासिक संबोधन: युद्ध का अंत और शांति की नई शुरुआत

डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल की संसद में एक ऐतिहासिक संबोधन दिया, जिसमें उन्होंने युद्ध समाप्ति की घोषणा की और प्रधानमंत्री नेतन्याहू को बेहतर आचरण की सलाह दी। उन्होंने शांति की नई शुरुआत की बात की और विपक्षी नेता येर लैपिड की सराहना की। ट्रंप ने इजराइल के राष्ट्रपति से नेतन्याहू को भ्रष्टाचार के आरोपों में माफ करने की अपील की, जिसे संसद में खुशी से स्वीकार किया गया। इस संबोधन के बाद, हमास ने सभी इजराइली बंधकों को रिहा कर दिया। जानें इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बारे में।
 

ट्रंप का संबोधन और शांति की अपील

नई दिल्ली। मिस्र के शर्म अल शेख में इजराइल और हमास के बीच स्थायी शांति वार्ता से पहले, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल की संसद को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने युद्ध समाप्त होने की घोषणा की और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को बेहतर आचरण करने की सलाह दी। ट्रंप ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, 'अब आप कुछ और अच्छा कर सकते हैं क्योंकि अब आप युद्ध नहीं लड़ रहे हैं, बीबी!' इस प्रकार, उन्होंने युद्ध के अंत की घोषणा की।


ट्रंप ने इजराइल की संसद में विपक्षी नेता येर लैपिड की भी सराहना की और उन्हें एक अच्छा नेता बताया। उन्होंने कहा कि यह एक अवसर है, जिसका सही उपयोग किया जाना चाहिए ताकि पिछले वर्षों में हुई भयावह घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। ट्रंप ने इजराइल के राष्ट्रपति इसाक हर्जोग से अपील की कि वे नेतन्याहू को भ्रष्टाचार के आरोपों में माफ कर दें। इस अपील का इजराइली प्रधानमंत्री और उनके सहयोगियों ने खुशी से स्वागत किया और तालियां बजाईं।


अपने भाषण में ट्रंप ने कहा, 'यह केवल युद्ध का अंत नहीं है, बल्कि आतंक के युग का भी अंत है। यह मध्य पूर्व के लिए एक नई शुरुआत है।' उन्होंने आगे कहा, 'बंदूकें अब शांत हैं, यह क्षेत्र शांत है और मैं आशा करता हूं कि यह आगे भी बना रहेगा।' इजरायली संसद नेसेट में ट्रंप से पहले नेतन्याहू ने भी भाषण दिया, जिसमें उन्होंने ट्रंप के लिए अगले साल शांति का नोबल पुरस्कार देने की मांग की। नेतन्याहू ने ट्रंप को इजराइल का सर्वोच्च सम्मान देने की भी घोषणा की।


इससे पहले, हमास ने ट्रंप के शांति समझौते के अनुसार सोमवार को सभी 20 इजराइली बंधकों को रिहा कर दिया। इन्हें दो बैचों में छोड़ा गया, जिसमें सात और 13 बंधक शामिल थे। हमास ने इन्हें रेडक्रॉस के माध्यम से इजराइली सेना के हवाले किया। अब हमास के पास कोई भी जिंदा इजराइली बंधक नहीं है। इसके बदले में इजराइल ने लगभग ढाई फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया। इजराइली बंधक सात सौ दिन से अधिक समय तक हमास की कैद में रहे।