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डोनाल्ड ट्रंप और वोलोदिमीर जेलेंस्की की मुलाकात: रूस-यूक्रेन संघर्ष पर महत्वपूर्ण चर्चा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की मुलाकात आज फ्लोरिडा में होने जा रही है। इस बैठक का उद्देश्य रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए 20 पॉइंट शांति योजना पर चर्चा करना है। ट्रंप ने जेलेंस्की के प्रस्ताव पर अपनी राय दी है, जबकि जेलेंस्की ने सकारात्मक बातचीत की उम्मीद जताई है। जानें इस महत्वपूर्ण बैठक के बारे में और क्या हो सकते हैं इसके परिणाम।
 

महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन


नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मिलने वाले हैं। यह महत्वपूर्ण बैठक फ्लोरिडा में आयोजित की जा रही है और इसे रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दोनों नेता इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए 20 पॉइंट शांति योजना पर चर्चा करेंगे।


व्हाइट हाउस की आधिकारिक पुष्टि

व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को इस बैठक की आधिकारिक घोषणा की। बयान में कहा गया है कि ट्रंप और जेलेंस्की के बीच यह मुलाकात युद्धविराम और शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए की जा रही है। अमेरिका इस मामले में मध्यस्थ की भूमिका निभाने का प्रयास कर रहा है, ताकि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त किया जा सके।


ट्रंप की प्रतिक्रिया

बैठक से पहले, ट्रंप ने जेलेंस्की के शांति प्रस्ताव पर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा, "जब तक मैं इसे मंजूरी नहीं देता, तब तक उसके पास कुछ भी नहीं होगा। देखते हैं जेलेंस्की का प्रस्ताव कैसा है।" जेलेंस्की ने शांति स्थापित करने और बातचीत शुरू करने के लिए नए प्लान का आश्वासन दिया है, जिसमें अमेरिका से सुरक्षा गारंटी का भी उल्लेख होगा।


जेलेंस्की की उम्मीदें

यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्रंप से मुलाकात से पहले सकारात्मक बातचीत की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष कई मुद्दों को अंतिम रूप देने की कोशिश करेंगे और नए साल से पहले महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।


पुतिन से बातचीत के संकेत

इस दौरान, ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत के संकेत भी दिए। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि जेलेंस्की के साथ मेरी बातचीत अच्छी होगी। मैं पुतिन के साथ भी बेहतर बातचीत की उम्मीद करता हूं।" हालांकि, रूस ने इस बैठक को लेकर उत्साह नहीं दिखाया है, लेकिन अमेरिकी मध्यस्थता से शांति की उम्मीद की जा रही है।


नाटो देशों से समर्थन

ट्रंप से मुलाकात से पहले, जेलेंस्की ने यह स्पष्ट किया कि यूक्रेन शांति समझौते में कोई बाधा नहीं डाल रहा है। अमेरिका पहुंचने से पहले, उन्होंने कनाडा, जर्मनी, फिनलैंड, डेनमार्क, एस्टोनिया सहित कई नाटो देशों के नेताओं से मुलाकात कर समर्थन जुटाने का प्रयास किया है।