डोनाल्ड ट्रंप का न्यूयॉर्क मेयर चुनाव पर विवादित बयान: क्या ममदानी का होगा पतन?
नई दिल्ली में अमेरिकी राजनीति का नया विवाद
नई दिल्ली: अमेरिकी राजनीति में एक बार फिर से विवाद उत्पन्न हुआ है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि डेमोक्रेटिक समाजवादी उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी न्यूयॉर्क सिटी के मेयर बनते हैं, तो वह इस शहर के लिए संघीय निधियों को सीमित कर देंगे। ट्रंप ने ममदानी को 'कम्युनिस्ट' करार देते हुए कहा कि उनकी नीतियों से न्यूयॉर्क की आर्थिक और सामाजिक स्थिति खराब हो जाएगी।
कम्युनिस्ट शासन से न्यूयॉर्क का पतन
ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि यदि ममदानी मेयर बनते हैं, तो वह न्यूयॉर्क को केवल न्यूनतम सहायता प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि एक कम्युनिस्ट के नेतृत्व में यह महान शहर सफल नहीं हो सकता। ट्रंप ने यह भी कहा कि ममदानी के पास न तो अनुभव है और न ही कोई उपलब्धि। उनके अनुसार, न्यूयॉर्क जैसे शहर को ममदानी के हाथों में अपनी गरिमा खोने का खतरा है।
डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों में ममदानी का स्थान
ट्रंप ने यह भी कहा कि वह किसी अन्य डेमोक्रेट को जीतते हुए देखना चाहेंगे, लेकिन ममदानी जैसे समाजवादी को नहीं। उन्होंने कहा कि वह एक ऐसे डेमोक्रेट को पसंद करेंगे जो सफल हो, न कि एक कम्युनिस्ट जो असफलता का प्रतीक है।
कुओमो को वोट देने की अपील
ट्रंप ने अपने समर्थकों से आग्रह किया कि वे एंड्रयू कुओमो को वोट दें। उन्होंने कहा, 'कर्टिस स्लीवा को वोट देना ममदानी को वोट देने के समान है। चाहे आप कुओमो को पसंद करें या नहीं, वह इस जिम्मेदारी को निभाने में सक्षम हैं, जबकि ममदानी नहीं।' उन्होंने मजाक में कहा कि कर्टिस स्लीवा बिना बेरेट के ज्यादा अच्छे लगते हैं।
युवा मतदाता की भूमिका
इस विवाद के बीच न्यूयॉर्क मेयर चुनाव में मतदान की प्रक्रिया तेज हो गई है। अब तक लगभग 7.35 लाख लोगों ने वोट डाले हैं, जो शहरवासियों की बढ़ती रुचि को दर्शाता है। खासकर 35 वर्ष से कम उम्र के युवा मतदाता बड़ी संख्या में मतदान कर रहे हैं। रविवार को शुरुआती मतदान के अंतिम दिन 1.51 लाख वोट डाले गए, जिनमें से लगभग 45,000 युवा मतदाता थे। विश्लेषकों का मानना है कि यह समूह चुनाव के परिणामों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
विश्लेषकों की राय
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ममदानी को युवा मतदाताओं का समर्थन मिल रहा है। सप्ताहांत में मतदान में आई तेजी उनके पक्ष में जा सकती है। हालांकि, ट्रंप का कड़ा बयान चुनाव के अंतिम चरण में राजनीतिक ध्रुवीकरण को बढ़ा सकता है।