पश्चिम एशिया में बढ़ता सैन्य तनाव: इजराइल और ईरान के बीच वार्ता की संभावना
युद्ध की छाया में पश्चिम एशिया
पश्चिम एशिया एक बार फिर से युद्ध की स्थिति में है। इजराइल और ईरान के बीच सैन्य तनाव अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गया है। हालांकि, तेहरान से शांति वार्ता की संभावनाओं के संकेत भी मिल रहे हैं। रिपोर्टों के अनुसार, ईरान ने अरब देशों के माध्यम से अमेरिका और इजराइल को संदेश भेजा है, जिसमें संघर्ष को नियंत्रित करने और परमाणु मुद्दे पर वार्ता फिर से शुरू करने की इच्छा व्यक्त की गई है।कूटनीतिक संपर्कों में तेजी आई है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने बातचीत के लिए शर्तों के साथ सहमति दी है। तेहरान ने स्पष्ट किया है कि यदि अमेरिका इजराइल के साथ मिलकर सीधे हस्तक्षेप नहीं करता, तो वह वार्ता की मेज पर लौटने के लिए तैयार है। यह संकेत ऐसे समय में आए हैं जब दोनों देशों के बीच सैन्य झड़पें लगातार जारी हैं और स्थिति बिगड़ती जा रही है।
संघर्ष का यह पाँचवां दिन है, जिसमें मंगलवार रात इजराइल के तेल अवीव में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजने लगे। इसके तुरंत बाद कई धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। इजराइली सेना ने पुष्टि की है कि ईरानी मिसाइलों ने उसके कुछ हिस्सों को निशाना बनाया है। दूसरी ओर, ईरानी मीडिया ने तेहरान और नतांज़ में हवाई रक्षा प्रणाली के सक्रिय होने की जानकारी दी है, जहाँ ईरान के प्रमुख परमाणु स्थलों में से एक स्थित है।