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पाकिस्तान की चिंता: राम मंदिर पर धर्म ध्वज फहराने पर उठे सवाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर पर धर्म ध्वज फहराया, जिससे पाकिस्तान ने चिंता जताई है। उन्होंने भारत पर मुस्लिम विरासत को खत्म करने का आरोप लगाया और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से मदद की अपील की। यह घटना न केवल भारत के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पाकिस्तान के लिए भी एक संवेदनशील मुद्दा बन गई है। जानें इस पर पाकिस्तान की क्या प्रतिक्रिया है और उन्होंने किस तरह के आरोप लगाए हैं।
 

प्रधानमंत्री मोदी का ऐतिहासिक कदम


नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्थित राम मंदिर पर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्म ध्वज फहराया। यह दिन सभी भारतीयों के लिए एक ऐतिहासिक और खुशी का अवसर था, जबकि पड़ोसी देश पाकिस्तान के लिए यह एक दुखद घटना बन गई।


पाकिस्तान की प्रतिक्रिया

राम मंदिर पर ध्वज फहराने की घटना से पाकिस्तान ने चिंता जताते हुए एक प्रेस रिलीज जारी की। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कदम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को नीचा दिखाने का प्रयास है।


1992 की बाबरी मस्जिद का जिक्र

पाकिस्तान ने 6 दिसंबर 1992 का किया जिक्र 


पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने प्रेस रिलीज में 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद के ध्वस्त होने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि अयोध्या में पहले बाबरी मस्जिद का निर्माण हुआ था, और अब वहां धर्म ध्वज फहराया गया है। इस पर पाकिस्तान ने गहरी चिंता व्यक्त की है।


मुस्लिम विरासत पर हमले का आरोप

मुस्लिम समाज की विरासत को खत्म करने का लगा आरोप 


पाकिस्तान ने भारत पर आरोप लगाया है कि वह जानबूझकर मुस्लिम समाज की संस्कृति और धार्मिक विरासत को समाप्त करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने भारत में अल्पसंख्यकों पर बढ़ते दबाव और हिंदुत्व की विचारधारा के प्रभाव की भी आलोचना की।


अंतरराष्ट्रीय संगठनों से अपील

UN समेत सभी अंतरराष्ट्रीय संगठनों से की अपील 


पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने UN और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से अपील की है कि वे भारत में बढ़ते इस्लामोफोबिया, नफरत भरी भाषणों और धार्मिक हिंसा पर ध्यान दें। उन्होंने UN से भारत में मस्जिदों के संरक्षण के लिए अपनी भूमिका निभाने का भी आग्रह किया है।


इसके अलावा, पाकिस्तान ने भारत से भी अनुरोध किया है कि वह अपने देश में मस्जिदों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और उन्हें नुकसान न पहुँचाए।