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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवाद की राजनीति का खुलासा

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफ्रीदी ने हाल ही में एक बयान में कहा कि केंद्रीय सरकार जानबूझकर नकली आतंकवादी हमलों को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम प्रदेश में शांति प्रयासों को बाधित करने और राजनीतिक लाभ उठाने के लिए उठाया गया है। अफ्रीदी ने पाक सेना पर भी नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया और कहा कि खैबर पख्तूनख्वा के लोग लंबे समय से हिंसा और अस्थिरता का सामना कर रहे हैं। जानें इस मुद्दे पर उनके विचार और भविष्य की चुनौतियाँ।
 

मुख्यमंत्री सोहेल अफ्रीदी का बयान


नई दिल्ली: खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफ्रीदी ने पाकिस्तान सरकार की आतंकवाद नीति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सरकार जानबूझकर नकली आतंकवादी हमलों को बढ़ावा दे रही है।


अफ्रीदी ने यह भी कहा कि यह कदम प्रदेश में शांति प्रयासों को बाधित करने और राजनीतिक लाभ उठाने के लिए उठाया गया है। उनकी यह टिप्पणी अफगानिस्तान की सीमा के निकट बढ़ती हिंसा के संदर्भ में आई है, जहां हाल ही में नागरिकों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुई हैं।


ऑपरेशन सिंदूर के बाद की स्थिति

सोहेल अफ्रीदी ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान सरकार अपने राजनीतिक लाभ के लिए खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि कुछ शक्तिशाली संघीय तत्व इन नकली हमलों से लाभ उठाते हैं। हाल ही में PTM सदस्यों के अपहरण को केंद्र सरकार द्वारा शांति प्रयासों में बाधा डालने वाला कदम बताया गया। अफ्रीदी ने जोर देकर कहा कि यह आतंक पूरी तरह से निर्मित है और इसे जनता की इच्छा के खिलाफ लागू किया जा रहा है।


स्थानीय लोगों की चिंता

अफ्रीदी ने कहा कि अपहरण यह दर्शाता है कि केंद्रीय सरकार के गहरे हित खैबर पख्तूनख्वा में स्थिरता के रास्ते में बाधा डालते रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग इस निर्मित आतंक और पीछे से लिए गए फैसलों से तंग आ चुके हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी हमारी शांति को भंग करेगा या धार्मिक मूल्यों का अपमान करेगा, वह आम दुश्मन है, और हम कभी भी आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।


सैन्य कार्रवाई में नागरिकों का शिकार

अफ्रीदी ने पाक सेना पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सेना आतंकवाद विरोधी अभियानों का बहाना बनाकर नागरिकों को निशाना बना रही है। उन्होंने बताया कि टीराह घाटी में हाल ही में हुए हवाई हमले में 30 से अधिक नागरिक, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल थे, मारे गए। अफ्रीदी ने कहा कि यह संघर्ष और सैन्य कार्रवाई लोगों की सुरक्षा और अधिकारों के लिए गंभीर खतरा हैं।


सीमा विवाद और अफगानिस्तान के साथ संबंध

खैबर पख्तूनख्वा में हाल ही में पाकिस्तान और अफगान तालिबान के बीच सीमा पर झड़पें हुईं। अफ्रीदी ने कहा कि सीमा विवाद के समाधान में असमानता है। पाकिस्तान आंशिक समाधान और प्रचारित वार्ता का लाभ उठाता है, जबकि खैबर पख्तूनख्वा स्थायी समाधान चाहता है। उन्होंने अफगानिस्तान के साथ शांति प्रयासों को बाधित करने वाले केंद्र सरकार के कदमों की निंदा की और कहा कि उनका लक्ष्य क्षेत्रीय स्थिरता सुनिश्चित करना है।


भविष्य की चुनौतियाँ

अफ्रीदी ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा में स्थिरता के लिए अब केवल राजनीतिक इच्छाशक्ति और जनता की भागीदारी की आवश्यकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि निर्मित आतंक और सैन्य हस्तक्षेपों को रोकना प्राथमिकता होनी चाहिए। खैबर पख्तूनख्वा के लोग लंबे समय से हिंसा और अस्थिरता का सामना कर रहे हैं। अफ्रीदी ने केंद्र सरकार से प्रदेश के हित में कदम उठाने की मांग की और कहा कि खैबर पख्तूनख्वा का नेतृत्व अब अपने लोगों की सुरक्षा और शांति सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।