×

पाकिस्तान में इजरायल के प्रभाव से बिगड़ते हालात: 250 से अधिक मौतें

पाकिस्तान में हालात बेहद गंभीर हो गए हैं, जहां इजरायल के प्रभाव के कारण 250 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों घायल हुए हैं। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अनुपस्थिति में देश में हिंसा की लहर चल रही है। प्रदर्शनकारियों ने अपनी ही सरकार और सेना पर हमला किया है, जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई है। जानें इस संकट की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।
 

पाकिस्तान में गंभीर स्थिति

पाकिस्तान में हालात बेहद चिंताजनक हो गए हैं, जहां तालिबान से भी बड़े हमले की खबरें आ रही हैं। इस हमले में 250 से ज्यादा लोग और नेता मारे गए हैं, जबकि 1500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मृतकों की संख्या 500 को पार कर सकती है, और यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो यह आंकड़ा 1000 तक भी पहुंच सकता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस समय देश से गायब हैं, और उनकी अनुपस्थिति के कारण ही यह बड़ा हमला हुआ है।


आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस हमले के पीछे इजरायल का एक बड़ा हाथ है। इजरायल से आई कुछ तस्वीरों के कारण पाकिस्तान में हजारों लोगों ने अपनी सेना और सरकार पर हमला कर दिया है। अब पाकिस्तान की सेना इन प्रदर्शनकारियों को चुन-चुनकर निशाना बना रही है। मुरीदके में स्थिति सबसे भयावह है।


मुरीदके में हिंसा की लहर

मुरीदके वही स्थान है जहां भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत हाफिज सईद के लश्कर ए तैयबा के मुख्यालय को नष्ट किया था। लेकिन अब पाकिस्तान के नागरिकों ने मुरीदके को जलाकर राख कर दिया है। इसके अलावा, लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी, गुजरेवाला, शेखपपुरा और फैसलाबाद में भी बड़े हमले हो रहे हैं। कई क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।


यह सब इजरायल और अमेरिका के कारण हो रहा है। हजारों लोग अपने ही देश पर हमला कर रहे हैं, जो कि तहरीक ए लब्बैक (टीएलपी) के प्रदर्शनकारी हैं। ये प्रदर्शनकारी 9 अक्टूबर से ट्रंप के गाजा में शांति योजना का विरोध कर रहे हैं।


ट्रंप का पाकिस्तान पर दबाव

डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से कहा था कि पाकिस्तान को गाजा शांति योजना का समर्थन करना होगा। ट्रंप ने शहबाज से कहा था कि उन्हें इस बारे में ट्वीट करके इजरायल और अन्य वैश्विक नेताओं को सूचित करना चाहिए। शहबाज ने वही किया। इस समझौते का समर्थन करने का मतलब है कि पाकिस्तान अब इजरायल को एक देश के रूप में स्वीकार करेगा, जबकि पहले पाकिस्तान इजरायल को एक देश मानने से इनकार करता था। करोड़ों पाकिस्तानी इजरायल को एक शैतान मानते थे।


हालांकि, उनकी सरकार अब इजरायल के साथ खड़ी हो गई है।


विरोध प्रदर्शन और पुलिस की कार्रवाई

गुरुवार को इज़राइल द्वारा गाजा में की गई हत्याओं के खिलाफ शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन शनिवार को और भी तेज हो गया। पुलिस ने कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। लाहौर के आज़ादी चौक के पास झड़पें बढ़ गईं, जहां कई पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई।


पुलिस ने कई क्षेत्रों में बैरिकेड्स और शिपिंग कंटेनर रखकर प्रदर्शनकारियों को इस्लामाबाद की ओर बढ़ने से रोकने की कोशिश की। टीएलपी के हजारों प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व संगठन के प्रमुख साद रिज़वी कर रहे थे। लाहौर इस्लामाबाद से लगभग 370 किलोमीटर दूर है।