पाकिस्तान में टीटीपी का सरकारी स्कूल पर हमला, जिन्ना और इकबाल की तस्वीरों का अपमान
पाकिस्तान में टीटीपी का नया हमला
नई दिल्ली: खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के सदस्यों ने एक सरकारी स्कूल में घुसकर कायदे-आजम मोहम्मद अली जिन्ना और अल्लामा मोहम्मद इकबाल की तस्वीरों का अपमान किया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में टीटीपी के लड़ाकों को जिन्ना की तस्वीर के प्रति अपमानजनक व्यवहार करते हुए देखा गया है, जिससे पाकिस्तान में गुस्सा और शर्मिंदगी का माहौल बन गया है।
घटना का विवरण
यह घटना खैबर पख्तूनख्वा के एक स्कूल की है, जिसे हाल ही में टीटीपी के आतंकियों ने अपने कब्जे में ले लिया था। वीडियो में दिखाया गया है कि लड़ाके पश्तून भाषा में पाकिस्तान सरकार और उसके नेताओं को गालियां दे रहे हैं। एक आतंकवादी ने जिन्ना की तस्वीर का अपमान किया, जबकि दूसरे ने इकबाल की तस्वीर के साथ भी ऐसा ही किया।
देखें वायरल वीडियो
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टीटीपी का क्षेत्रीय कब्जा
टीटीपी ने हाल के महीनों में खैबर पख्तूनख्वा के कई क्षेत्रों पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। यह तालिबान समर्थित संगठन अब पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में अपनी हुकूमत चला रहा है, जबकि स्थानीय प्रशासन और पाकिस्तानी सेना इन क्षेत्रों में प्रवेश करने से बच रही है। सूत्रों के अनुसार, टीटीपी ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर अपने ठिकानों को मजबूत कर लिया है।
पाकिस्तान सरकार और सेना की आलोचना
इस घटना के बाद पाकिस्तान की राजनीतिक और सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल उठ रहे हैं। आलोचकों का कहना है कि पाकिस्तान ने पहले अफगान तालिबान का समर्थन किया, लेकिन अब वही विचारधारा उसके देश में फैल गई है। इस वीडियो के सामने आने के बाद पाकिस्तान सरकार और सेना के लिए यह एक बड़ी शर्मिंदगी बन गई है।
इस्लामिक कानून की मांग
टीटीपी, जिसे पाकिस्तानी तालिबान कहा जाता है, पाकिस्तान में इस्लामिक कानून लागू करने की मांग कर रहा है। यह संगठन अफगान तालिबान के विचारधारा के करीब है, लेकिन इसका संचालन पाकिस्तान-अफगान सीमा क्षेत्र में केंद्रित है। पिछले एक साल में इसके हमलों में तेजी आई है और कई बार यह पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को निशाना बना चुका है।
स्थानीय लोगों में भय का माहौल
खैबर पख्तूनख्वा में स्थानीय लोग अब भय के माहौल में जी रहे हैं। पाकिस्तान सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। यह वीडियो पाकिस्तान की उस वास्तविकता को उजागर करता है, जिसमें उसके द्वारा बनाए गए आतंकी संगठन अब उसके ही संस्थापक नेताओं का अपमान कर रहे हैं।