पुतिन की ऊर्जा का रहस्य: साइबेरिया के हिरणों के खून का प्रभाव
रूस के राष्ट्रपति की फिटनेस पर चर्चा
नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ऊर्जा और फिटनेस के बारे में दुनिया भर में चर्चा होती है। 73 वर्ष की आयु में भी वे घुड़सवारी, जूडो और लंबे भाषण देने में सक्रिय हैं। लोग आश्चर्यचकित हैं कि इतनी उम्र में भी वे इतने सक्रिय कैसे रहते हैं।
हिरण के खून से नहाने की परंपरा
हाल ही में रूस की कुछ मीडिया रिपोर्टों में एक अनोखा रहस्य सामने आया है, जिसमें साइबेरिया के लाल हिरणों के सींगों से निकला खून शामिल है।
साइबेरिया में पाए जाने वाले लाल हिरण के नरम सींगों को रूसी में पंत्य कहा जाता है। हर साल बसंत में, जब ये सींग छोटे और कोमल होते हैं, इन्हें सावधानी से काटा जाता है, जिससे खून निकलता है। इस खून को गर्म पानी में उबाला जाता है, जिससे एक गुलाबी रंग का विशेष द्रव्य तैयार होता है।
कई रूसी लोग मानते हैं कि इस गुलाबी पानी में 10-20 मिनट स्नान करने से शरीर में नई ऊर्जा आती है, दिल मजबूत होता है, त्वचा युवा रहती है और बुढ़ापे की प्रक्रिया धीमी होती है। इसी कारण रूस में पंत्य से बने साबुन, क्रीम, पाउडर और कैप्सूल की बिक्री होती है, जिससे एक पूरा उद्योग विकसित हो गया है।
क्या पुतिन ने भी आजमाया है यह तरीका?
रूसी जांच-पड़ताल करने वाली वेबसाइट और विदेशी मीडिया ने बताया है कि राष्ट्रपति पुतिन ने भी इस तरीके को अपनाया है। कहा जाता है कि रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने उन्हें इसकी सलाह दी थी।
शोइगु हर साल गर्मियों में अपने दोस्तों के साथ साइबेरिया जाते हैं और वहां पंत्य के खून से बने गुलाबी पानी से स्नान करते हैं। रिपोर्टों के अनुसार, पुतिन भी उनके साथ ऐसा कर चुके हैं।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
वैज्ञानिकों का कहना है कि हिरण के इन कोमल सींगों में कुछ विशेष बायो-एक्टिव तत्व होते हैं, जैसे एमिनो एसिड, कोलेजन, मिनरल्स और ग्रोथ फैक्टर। इन तत्वों के कारण साइबेरिया और रूस में सदियों से इनका उपयोग औषधि के रूप में होता आया है।
चीन और कोरिया में भी इसे बहुत मूल्यवान माना जाता है। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि खून से नहाने से कोई चमत्कार नहीं होता, लेकिन इन सींगों से बने एक्सट्रैक्ट दिल, जोड़ों और इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।