पुतिन की बेटी एकातेरिना तिखोनोवा को मिल सकता है महत्वपूर्ण सरकारी पद
नई दिल्ली में पुतिन का परिवारिक मामला
नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार कारण राजनीति नहीं, बल्कि उनका परिवार है। खबरें हैं कि पुतिन अपनी छोटी बेटी एकातेरिना तिखोनोवा को सरकार में एक महत्वपूर्ण भूमिका सौंपने की योजना बना रहे हैं।
लावरोव की जगह लेने की इच्छा
सूत्रों के अनुसार, तिखोनोवा विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की जगह लेने की इच्छुक हैं। यदि ऐसा होता है, तो यह पहली बार होगा जब पुतिन के परिवार का कोई सदस्य सीधे रूस की सरकार में शामिल होगा।
तिखोनोवा की राजनीतिक सक्रियता
39 वर्षीय तिखोनोवा हाल के दिनों में मॉस्को में काफी सक्रिय रही हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, बुडापेस्ट में ट्रंप-पुतिन शिखर सम्मेलन के रद्द होने के बाद से उनकी राजनीतिक गतिविधियाँ बढ़ गई हैं। सूत्रों का कहना है कि वह लावरोव को हटाकर पुतिन के 'किचन कैबिनेट' में शामिल होना चाहती हैं, जो पुतिन के परिवार की सत्ता में पहली सीधी एंट्री मानी जा रही है।
सर्गेई लावरोव का परिचय
सर्गेई लावरोव, जो 75 वर्ष के हैं, रूस के सबसे अनुभवी कूटनीतिज्ञों में से एक माने जाते हैं। वे पिछले दो दशकों से विदेश मंत्री के पद पर कार्यरत हैं और उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर रूस का पक्ष मजबूती से रखा है।
तिखोनोवा की शैक्षणिक पृष्ठभूमि
एकातेरिना तिखोनोवा, पुतिन की पहली पत्नी ल्यूडमिला की छोटी बेटी हैं। उन्होंने सेंट पीटर्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी से एशियाई देशों पर विशेष अध्ययन किया है। 2022 में, उन्हें रूस की 'इंपोर्ट सब्स्टीट्यूशन कोऑर्डिनेशन काउंसिल' की सह-अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। अब उनकी नजर क्रेमलिन में एक महत्वपूर्ण भूमिका पर है।
लावरोव और पुतिन के बीच की दूरी
मॉस्को टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बुडापेस्ट शिखर सम्मेलन के रद्द होने के बाद लावरोव और पुतिन के बीच की दूरी बढ़ गई है। आगामी जी-20 बैठक में भी लावरोव को शामिल नहीं किया गया है, जबकि वे इस भूमिका के लिए उपयुक्त माने जा रहे थे।
क्रेमलिन की प्रतिक्रिया
क्रेमलिन के प्रवक्ता ने इन खबरों को 'अफवाह' बताते हुए कहा कि कोई निर्णय नहीं लिया गया है। हालांकि, पश्चिमी मीडिया का मानना है कि पुतिन अपनी बेटी को धीरे-धीरे सत्ता में लाने की योजना बना रहे हैं।