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बांग्लादेश में आया हल्का भूकंप, भारत के पूर्वोत्तर में भी महसूस किए गए झटके

शनिवार को बांग्लादेश में 3.7 तीव्रता का हल्का भूकंप आया, जिसके झटके भारत के पूर्वोत्तर राज्यों और पश्चिम बंगाल में भी महसूस किए गए। यह घटना एक दिन पहले आए 5.5 तीव्रता के भूकंप के बाद हुई, जिसमें तीन लोगों की जान गई थी। विशेषज्ञों ने नागरिकों को आपातकालीन तैयारियों के लिए सतर्क रहने की सलाह दी है। जानें इस भूकंप के बारे में और क्या जानकारी मिली है।
 

भूकंप की जानकारी


शनिवार की शाम को बांग्लादेश में 3.7 की तीव्रता का एक हल्का भूकंप आया, जिसके झटके भारत के पूर्वोत्तर राज्यों और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, यह भूकंप शाम 5:36 बजे आया और इसका केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था।


भूकंप का स्थान

एनसीएस ने भूकंप के स्थान का अक्षांश 23.78 उत्तर और देशांतर 90.34 पूर्व दर्ज किया है। यह घटना शुक्रवार को आए एक शक्तिशाली भूकंप के ठीक बाद हुई, जिसमें बांग्लादेश में तीन लोगों की जान गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। शुक्रवार को आए भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई थी.


भूकंप के झटके



भूकंप के झटके इतने मजबूत थे कि इन्हें पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्रों में महसूस किया गया। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, यह भूकंप सुबह 10:08 से 10:10 बजे के बीच कोलकाता, मालदा, नादिया, कूचबिहार और अन्य जिलों में महसूस किया गया। दक्षिण और उत्तर दिनाजपुर के निवासियों ने भी झटके अनुभव किए।


भूकंप का केंद्र

संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के अनुसार, भूकंप का केंद्र ढाका के घोरासल क्षेत्र में था और इसकी गहराई लगभग दस किलोमीटर थी। भूकंप के झटकों ने कई क्षेत्रों में हलचल पैदा की, लेकिन किसी भी प्रकार की बड़ी क्षति की सूचना नहीं मिली है।


विशेषज्ञों की सलाह

विशेषज्ञों का कहना है कि बांग्लादेश और इसके पड़ोसी क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील हैं, इसलिए यहां हल्के और तीव्र झटके समय-समय पर महसूस होते हैं। उन्होंने नागरिकों को आपातकालीन तैयारियों और सुरक्षित स्थानों की जानकारी रखने की सलाह दी है। इसके अलावा, भूकंप की घटना ने भारत और बांग्लादेश में सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को भी उजागर किया है।


भूकंप के बाद स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों का आकलन करना शुरू कर दिया है और लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। यह घटनाक्रम यह दर्शाता है कि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रति लोगों की जागरूकता और तत्परता आवश्यक है।