बांग्लादेश में मीडिया पर हमले जारी, 'ग्लोबल टीवी' के दफ्तर में तोड़फोड़
बांग्लादेश में मीडिया पर हमलों का सिलसिला
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद से पत्रकारों और मीडिया संस्थानों पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाल ही में, ढाका में 'ग्लोबल टीवी' के कार्यालय में कुछ युवकों ने घुसकर तोड़फोड़ करने और आग लगाने की धमकी दी। हमलावरों ने न्यूज हेड नाज़नीन मुन्नी को तुरंत नौकरी से हटाने की मांग की।
घटना का विवरण
रिपोर्टों के अनुसार, इस हफ्ते की शुरुआत में 7-8 युवक 'ग्लोबल टीवी' के तेजगांव स्थित दफ्तर पहुंचे। उन्होंने खुद को 'भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन' का सदस्य बताया और नाज़नीन मुन्नी पर 'अवामी लीग' (शेख हसीना की पार्टी) का समर्थक होने का आरोप लगाया।
हमलावरों की धमकी
नाज़नीन मुन्नी ने सोशल मीडिया पर इस घटना का जिक्र करते हुए बताया कि हमलावरों ने कहा, 'अगर मुन्नी को नहीं हटाया गया, तो हम दफ्तर में आग लगा देंगे। याद रहे, प्रोथोम आलो और द डेली स्टार (बांग्लादेश के प्रमुख अखबार) भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाए।'
विवाद की पृष्ठभूमि
यह तनाव भारत विरोधी युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद और बढ़ गया है। हमलावरों का कहना है कि ग्लोबल टीवी ने हादी की मौत को उचित कवरेज नहीं दिया। उस्मान हादी अपनी भारत विरोधी टिप्पणियों के लिए जाने जाते थे और हाल ही में एक हमले में लगी चोटों के कारण उनकी मृत्यु हो गई।
नाज़नीन मुन्नी का बयान
मुन्नी ने अवामी लीग से किसी भी संबंध के आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा, 'मैनेजमेंट ने मुझे चुप रहने और ऑफिस न आने की सलाह दी थी, लेकिन मैं चुप नहीं रहूंगी। वे बार-बार धमकियां दे रहे हैं, जो पूरी तरह गलत हैं। मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है कि मैं किसी पार्टी से जुड़ी हूं।'
छात्र संगठन की प्रतिक्रिया
'भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन' के अध्यक्ष रिफात राशिद ने इस घटना में संगठन की संलिप्तता से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि यदि उनके नाम पर कोई दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।