×

बांग्लादेश में शरीफ उस्मान हादी की हत्या: इंकिलाब मंच ने उठाए गंभीर सवाल

बांग्लादेश में युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। इंकिलाब मंच ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें कहा गया है कि सरकार ने इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। मंच ने 22 दिसंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस का ऐलान किया है, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। पुलिस ने आरोपों को खारिज किया है, जबकि जमात-ए-इस्लामी ने इंकिलाब मंच का समर्थन किया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
 

सियासी तनाव में वृद्धि


नई दिल्ली: बांग्लादेश में युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद राजनीतिक तनाव और बढ़ गया है। इस मामले में इंकिलाब मंच ने अंतरिम सरकार और मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मंच का कहना है कि एक लाख से अधिक लोगों की भागीदारी के बावजूद सरकार ने उनकी मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।


सरकार की उदासीनता पर सवाल

इंकिलाब मंच ने आरोप लगाया है कि हादी की हत्या जैसे संवेदनशील मुद्दे पर सरकार का रवैया उदासीन रहा है। मंच ने यह भी कहा कि गृह मामलों के सलाहकार और उप-गृह सलाहकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में न तो हत्याकांड पर स्पष्ट उत्तर मिला और न ही दो-सूत्रीय मांग पत्र पर कोई ठोस आश्वासन दिया गया।


अंतरिम सरकार पर आरोप

इंकिलाब मंच ने यह भी कहा कि अब तक 'शेख हसीना के एजेंट' बताए जा रहे लोगों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसके अलावा, यूनुस सरकार सिविल और मिलिट्री इंटेलिजेंस एजेंसियों पर नियंत्रण स्थापित करने में असफल रही है। मंच का आरोप है कि सरकार ने इस गंभीर मामले को हल्के में लेते हुए इसे 'मामूली घटना' की तरह पेश किया।


प्रेस कॉन्फ्रेंस का ऐलान

इन्हीं आरोपों के बीच, इंकिलाब मंच ने 22 दिसंबर, सोमवार को शाहबाग स्थित शहीद हादी स्क्वायर में दोपहर 12 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने की घोषणा की है। मंच का कहना है कि इस दौरान आगे की रणनीति और नए कदमों का ऐलान किया जाएगा, जो अंतरिम सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ा सकते हैं।


पुलिस ने आरोपों को खारिज किया

हादी की हत्या के बाद कई छात्र संगठनों और राजनीतिक दलों ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि आरोपी भारत भाग गए हैं। इस मांग को लेकर भारतीय उच्चायोग की ओर मार्च भी किया गया। हालांकि, बांग्लादेश पुलिस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।


रविवार को पुलिस मुख्यालय में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक खोंदकर रफीकुल इस्लाम ने कहा कि संदिग्ध शूटर फैसल करीम मसूद के देश छोड़ने की कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि पुलिस, RAB और BGB लगातार जांच में जुटी हैं, लेकिन अभी तक आरोपी की अंतिम लोकेशन के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है।


जमात-ए-इस्लामी का समर्थन

इस बीच, बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी ने इंकिलाब मंच के 24 घंटे के अल्टीमेटम का समर्थन किया है। पार्टी के महासचिव मिया गोलाम परवर ने सवाल उठाया कि यदि हत्यारे वास्तव में देश से भाग गए हैं, तो यह कैसे संभव हुआ।


एक प्रार्थना सभा में परवर ने हादी को 'साहसी क्रांतिकारी' बताया और कहा कि उनकी साफ छवि और जनसमर्थन ने पूरे देश को झकझोर दिया है। उन्होंने मांग की कि हत्यारों पर तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाए और हादी के सपनों का एक न्यायपूर्ण बांग्लादेश बनाया जाए। हादी के बड़े भाई ओमर बिन हादी ने भी लोगों से उनके अधूरे क्रांतिकारी मिशन को आगे बढ़ाने की अपील की।