बांग्लादेश में शरीफ उस्मान हादी को दी गई अंतिम विदाई, प्रदर्शनकारियों ने उठाई न्याय की मांग
शरीफ उस्मान हादी को अंतिम विदाई
नई दिल्ली: बांग्लादेश में हाल की राजनीतिक उथल-पुथल के प्रमुख चेहरे, इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी को शनिवार को अंतिम विदाई दी जाएगी। उनके परिवार की इच्छा के अनुसार, उन्हें बांग्लादेश के प्रसिद्ध कवि काजी नजरूल इस्लाम की समाधि के निकट दफनाया जाएगा। यह जानकारी ढाका विश्वविद्यालय सेंट्रल स्टूडेंट्स यूनियन (डक्सू) की नेता फातिमा तस्नीम जुमा ने शुक्रवार को साझा की।
जुहर की नमाज के बाद होगा जनाजा
फातिमा तस्नीम जुमा ने बताया कि शनिवार को जुहर की नमाज़ के बाद ढाका के मानिक मिया एवेन्यू में हादी का जनाजा पढ़ा जाएगा। इसके बाद उनका शव ढाका विश्वविद्यालय की सेंट्रल मस्जिद में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले निर्धारित कार्यक्रम में बदलाव करते हुए शव यात्रा शुक्रवार के बजाय शनिवार को निकाली जाएगी, ताकि अधिक लोग अंतिम विदाई में शामिल हो सकें।
सिंगापुर में इलाज के दौरान हुई मौत
सिंगापुर के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, शरीफ उस्मान हादी की गुरुवार रात सिंगापुर में मृत्यु हो गई। वह पिछले छह दिनों से गंभीर स्थिति में थे। इस महीने की शुरुआत में ढाका में एक गोलीकांड में वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें बेहतर चिकित्सा के लिए सिंगापुर भेजा गया था।
चुनाव प्रचार के दौरान मारी गई थी गोली
जांच एजेंसियों के अनुसार, 12 दिसंबर को सेंट्रल ढाका में चुनाव प्रचार के दौरान हादी के सिर में गोली मारी गई थी। वह एक बैटरी से चलने वाले रिक्शा में थे, तभी मोटरसाइकिल पर आए हमलावर ने उन पर फायरिंग कर दी। इस हमले के बाद उन्हें तुरंत ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गंभीर हालत में किया गया एयरलिफ्ट
ढाका मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने हादी की आपातकालीन ब्रेन सर्जरी की और उनकी स्थिति को बेहद नाजुक बताया। जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ, तो उन्हें एवरकेयर अस्पताल में भर्ती कराया गया। 15 दिसंबर को, स्थिति और बिगड़ने पर, उन्हें एयर एंबुलेंस के जरिए सिंगापुर भेजा गया। डॉक्टरों के अनुसार, गोली लगने से उनके ब्रेन स्टेम को गंभीर नुकसान हुआ था।
मौत के बाद भड़के विरोध प्रदर्शन
हादी की मृत्यु की खबर के बाद ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और न्याय की मांग की। यह आंदोलन जल्द ही राजधानी से बाहर भी फैल गया, जहां प्रदर्शनकारियों ने पूर्व सत्तारूढ़ अवामी लीग से जुड़ी संपत्तियों को निशाना बनाया।
भारतीय राजनयिक ठिकानों तक पहुंचने की कोशिश
प्रदर्शन के दौरान कुछ समूहों ने भारतीय राजनयिक परिसरों की ओर मार्च करने की कोशिश की। बुधवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारी भारत के उप उच्चायुक्त के आवास के बाहर जमा हो गए, जिसके बाद पुलिस को हालात काबू में करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा।
भारत पर लगाए गए गंभीर आरोप
नेशनल सिटिजन पार्टी (NCP) के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शनों में भारत विरोधी नारे लगाए। उनका आरोप है कि हादी के हमलावर हत्या के बाद भारत भाग गए। प्रदर्शनकारी नेताओं ने अंतरिम सरकार से मांग की है कि जब तक संदिग्धों को वापस नहीं लाया जाता, तब तक भारतीय उच्चायोग को बंद किया जाए।