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ब्राजील में नदी में गिरने से बच्ची की मौत, पिरान्हा हमले की आशंका

ब्राजील के अमेजोनास राज्य में एक छोटी बच्ची की नदी में गिरने से मौत हो गई है। प्रारंभिक जांच में पिरान्हा मछलियों के हमले की आशंका जताई गई है। यह घटना तैरते घर में हुई, जहां बच्ची अपने माता-पिता के साथ रह रही थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और माता-पिता की लापरवाही की संभावना पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
 

दुखद घटना का विवरण


नई दिल्ली: ब्राजील के अमेजोनास राज्य से एक अत्यंत दुखद घटना की जानकारी मिली है, जिसमें एक छोटी बच्ची की नदी में गिरने के कारण मृत्यु हो गई। यह घटना कोआरी शहर के निकट हुई, जहां बच्ची अपने माता-पिता के साथ एक तैरते घर में निवास करती थी। सोमवार को घटित इस हादसे ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। प्रारंभिक जांच में पिरान्हा मछलियों के हमले को बच्ची की मौत का कारण बताया गया है।


तैरते घरों में जीवन

अमेजन क्षेत्र में कई परिवार नदी पर बने तैरते घरों में रहते हैं, जो लकड़ी और लोहे के ढांचे पर आधारित होते हैं। इन घरों में जीवन नदी के साथ गहराई से जुड़ा होता है। हालांकि, बच्चों की सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि छोटे बच्चे अक्सर खेलते समय नदी के किनारे पहुंच जाते हैं।


दर्दनाक हादसे का कारण

पुलिस के अनुसार, यह घटना सोमवार को हुई जब बच्ची तैरते घर के फर्श में एक छेद से सीधे नदी में गिर गई। उस समय घर में मौजूद लोगों को तुरंत इसका पता नहीं चला। जब माता-पिता ने बच्ची को नहीं देखा, तो उन्होंने शोर मचाया और खुद नदी में उतरकर उसकी तलाश शुरू की।


खुशियों का क्षणिक अंत

सूत्रों के अनुसार, माता-पिता ने लगभग पांच मिनट तक बच्ची को नदी में खोजा। बाद में, बच्ची का शव पानी में पाया गया। आसपास के लोग भी मदद के लिए आए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बच्ची को बाहर निकालने के बाद डॉक्टरों ने उसे मौके पर ही मृत घोषित कर दिया।


पिरान्हा हमले की पुष्टि

प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि बच्ची के शरीर पर गंभीर चोटें थीं, विशेषकर गर्दन के आसपास। अधिकारियों का कहना है कि ये चोटें पिरान्हा मछलियों के हमले के कारण हुई हैं। अमेजन नदी में पिरान्हा आमतौर पर पाई जाती हैं और खून की गंध मिलने पर ये अत्यधिक आक्रामक हो जाती हैं। शव को फोरेंसिक जांच के लिए लीगल मेडिकल इंस्टीट्यूट भेजा गया है।


पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली है और माता-पिता की लापरवाही की संभावना को भी जांच में शामिल किया गया है। अधिकारी यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि घर के फर्श में छेद क्यों था और बच्चों की सुरक्षा के लिए क्या उपाय किए गए थे। स्थानीय प्रशासन ने भी तैरते घरों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने का आश्वासन दिया है।