भारत ने पाकिस्तान पर यूएनजीए में आतंकवाद और मानवाधिकार उल्लंघनों का आरोप लगाया
भारत का पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार
भारत ने पाकिस्तान को यूएन महासभा में आतंकवाद और मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए कठोर शब्दों में जवाब दिया है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, जो पीपी चौधरी के नेतृत्व वाले संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं, ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान बच्चों के अधिकारों का सबसे बड़ा उल्लंघनकर्ता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का 'ऑपरेशन सिंदूर' आतंकवाद के खिलाफ एक उचित और संतुलित प्रतिक्रिया थी।
पाकिस्तान के आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप
दुबे ने यह भी बताया कि पाकिस्तान अभी भी आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और निर्दोष नागरिकों को निशाना बना रहा है। उन्होंने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले का जिक्र किया, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि मई 2025 में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। दुबे ने कहा, 'भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए वैध अधिकार का प्रयोग किया और यह पूरी तरह से एक संतुलित प्रतिक्रिया थी।'
पाकिस्तान के बयानों पर प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के बयानों पर किया पलटवार
दुबे ने पाकिस्तान के बयानों का जवाब देते हुए आरोप लगाया कि इस्लामाबाद ने जानबूझकर भारतीय सीमा के गांवों को निशाना बनाया, जिसमें कई बच्चों और महिलाओं की जान गई। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने अपनी सीमाओं से बाहर भी हिंसा फैलाई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव की 2025 की रिपोर्ट में यह बताया गया है कि पाकिस्तान की सीमा पार हवाई हमलों में अफगान बच्चों की मौतें हुई हैं।' दुबे ने कहा, 'पाकिस्तान को खुद को आईने में देखना चाहिए और इस मंच पर उपदेश देना बंद करना चाहिए। उन्हें अपनी सीमाओं के भीतर बच्चों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए और महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाना बंद करना चाहिए।'
भारत की बच्चों के प्रति प्रतिबद्धता
बच्चों का विकास और सुरक्षा भारत की प्राथमिकता
दुबे ने भारत की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए बताया कि देश ने बाल संरक्षण के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, बाल तस्करी रोकथाम और शिक्षा सशक्तिकरण जैसी कई पहलें शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों का समग्र विकास और सुरक्षा भारत के लिए राष्ट्रीय प्राथमिकता है। 80वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में 'बच्चों के अधिकारों के संवर्धन और संरक्षण' पर दिए गए अपने बयान में दुबे ने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के सीएसी यानी बाल एवं सशस्त्र संघर्ष एजेंडे के सबसे बड़े उल्लंघनकर्ताओं में से एक है।