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मक्का की ग्रैंड मस्जिद में आत्महत्या का प्रयास: सुरक्षा बलों ने बचाई जान

मक्का की ग्रैंड मस्जिद में एक व्यक्ति ने आत्महत्या का प्रयास किया, जिससे वहां हड़कंप मच गया। सुरक्षा बलों की तत्परता से उसकी जान बच गई। इस घटना पर मुख्य इमाम ने चिंता जताई और श्रद्धालुओं से पवित्र स्थल की गरिमा बनाए रखने की अपील की। जानें इस घटना के बारे में विस्तार से और कैसे सुरक्षा गार्ड ने समय पर कार्रवाई की।
 

मस्जिद अल-हरम में हुई चौंकाने वाली घटना


गुरुवार को सऊदी अरब के मक्का में स्थित विश्व प्रसिद्ध ग्रैंड मस्जिद, मस्जिद अल-हरम में एक गंभीर घटना घटित हुई। एक व्यक्ति ने मस्जिद की ऊपरी मंजिल से कूदने का प्रयास किया, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, सुरक्षा बलों की तत्परता ने एक बड़ा हादसा टलने में मदद की।


सुरक्षा गार्ड की तत्परता से बची जान

सऊदी प्रशासन ने पुष्टि की है कि स्थिति अब सामान्य है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह घटना अचानक हुई, जिससे वहां मौजूद श्रद्धालु घबरा गए। सोशल मीडिया पर इस घटना का एक वीडियो भी तेजी से फैल रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि व्यक्ति रेलिंग के पास खड़ा होकर कूदने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान एक सुरक्षाकर्मी ने उसे पकड़ लिया और गिरने से रोक लिया, जिससे उसकी जान बच गई।


घायलों का इलाज जारी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस घटना की जानकारी अमीरात के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से साझा की गई। बताया गया कि व्यक्ति को बचाने के प्रयास में सुरक्षा अधिकारी को भी चोटें आईं। कूदने की कोशिश करने वाले व्यक्ति के पैर में फ्रैक्चर हो गया। हरम सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों की स्थिति स्थिर है।


मुख्य इमाम का बयान

ग्रैंड मस्जिद के मुख्य इमाम शेख अब्दुर रहमान अस-सुदैस ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे पवित्र स्थल की गरिमा बनाए रखें। इमाम ने कहा कि मस्जिद अल-हरम केवल इबादत का स्थान नहीं है, बल्कि यह मुसलमानों के लिए आस्था और सम्मान का प्रतीक है।


कुरान की शिक्षाओं का महत्व

उन्होंने कुरान की शिक्षाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि मानव जीवन की रक्षा इस्लामी कानून का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है। किसी भी परिस्थिति में जीवन को समाप्त करना इस्लाम की भावना के खिलाफ है। इमाम ने लोगों से आग्रह किया कि वे मानसिक तनाव या अन्य परेशानियों के समय आत्मघाती कदम उठाने के बजाय मदद और मार्गदर्शन की तलाश करें। यह घटना एक बार फिर यह संदेश देती है कि सतर्कता और मानवता से बड़ी से बड़ी अनहोनी को रोका जा सकता है।