मोसाद की चेतावनी: यूरोप में हमास का सक्रिय आतंकी नेटवर्क
मोसाद की गंभीर चेतावनी
नई दिल्ली: इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने यूरोप के संदर्भ में एक गंभीर चेतावनी जारी की है। एजेंसी ने बताया है कि गाजा में स्थित आतंकवादी संगठन हमास यूरोप के विभिन्न हिस्सों में एक संगठित और सक्रिय आतंकी नेटवर्क का निर्माण कर रहा था। मोसाद के अनुसार, यह नेटवर्क गुप्त खुफिया सेल्स के रूप में कार्य कर रहा था और कुछ स्थानों पर हथियारों का भंडारण भी किया गया था।
यूरोपीय सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई
इन हथियारों का पता लगाने में यूरोपीय सुरक्षा एजेंसियों ने मदद की और कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। एजेंसियों का कहना है कि इन गतिविधियों का उद्देश्य भविष्य में इजरायली और यहूदी समुदायों को निशाना बनाना था। जर्मनी और ऑस्ट्रिया में की गई संयुक्त छापेमारी में कई महत्वपूर्ण खुलासे हुए।
बरामदगी की जानकारी
क्या-क्या हुआ बरामद?
इन अभियानों के दौरान हैंडगन, विस्फोटक और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया, जिसे आदेश मिलने पर आम नागरिकों के खिलाफ इस्तेमाल किया जा सकता था। ऑस्ट्रिया की एजेंसी डीएसएन ने वियना में पिछले वर्ष एक बड़े स्टोरहाउस का पता लगाया था, जिसमें भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक मिले थे।
जांच के निष्कर्ष
जांच में क्या आया सामने?
जांच में यह पाया गया कि यह ठिकाना मोहम्मद नईम से जुड़ा था, जो हमास के वरिष्ठ नेता बासेम नईम का बेटा है। बासेम नईम को हमास नेतृत्व के एक प्रमुख चेहरे खलील अल हया का करीबी माना जाता है। यह संबंध दर्शाता है कि यूरोप में आतंकी नेटवर्क की योजना संगठन के उच्च स्तर पर बनाई जा रही थी। मोसाद ने यह भी कहा है कि विदेशों में मौजूद हमास नेतृत्व इस अभियान को चुपचाप समर्थन दे रहा था।
हमास सदस्यों पर संदेह
हमास सदस्यों पर क्यों बढ़ा संदेह?
सितंबर में कतर में मोहम्मद नईम और उनके पिता की बैठक को यूरोप में आतंक योजनाओं के औपचारिक समर्थन के रूप में देखा जा रहा है। तुर्की में सक्रिय हमास सदस्यों पर भी संदेह बढ़ा है, क्योंकि तुर्की लंबे समय से संगठन के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का प्रमुख केंद्र माना जाता है। जर्मन अधिकारियों ने नवंबर में बुरहान अल खतीब नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जो तुर्की में हमास के लिए लंबे समय तक सक्रिय बताया जाता है।
सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई
सुरक्षा एजेंसियों ने क्या लिया एक्शन?
यूरोप की सुरक्षा एजेंसियां अब केवल आतंकी प्रयासों को रोकने तक सीमित नहीं हैं। वे उन संगठनों और संस्थानों की भी जांच कर रही हैं, जिन पर हमास के लिए धन जुटाने, कट्टरपंथ फैलाने या आधारभूत सहायता प्रदान करने का शक है।
जर्मनी ने हाल के महीनों में कई चैरिटी और धार्मिक संस्थानों की जांच तेज कर दी है और कुछ पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई भी की है। यूरोपीय एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि नेटवर्क भले ही कमजोर हुआ हो, लेकिन खतरा अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है।