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यमन में इजरायली हवाई हमलों से छह की मौत, कई घायल

यमन की राजधानी सना में इजरायली हवाई हमलों ने छह लोगों की जान ले ली और 86 अन्य घायल हो गए। हुती विद्रोहियों द्वारा नियंत्रित क्षेत्र में हुए इस हमले के पीछे इजरायली सेना की प्रतिक्रिया है, जो हाल के दिनों में हुती द्वारा किए गए हमलों का जवाब है। जानें इस घटना के बारे में और इजरायली रक्षा बलों की प्रतिक्रिया के बारे में।
 

सना में इजरायली हवाई हमले

यमन की राजधानी सना में रविवार, 24 अगस्त को इजरायली हवाई हमलों के परिणामस्वरूप कम से कम छह लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हुए हैं। हुती विद्रोहियों ने इस घटना की पुष्टि की है। हुती स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में 86 लोग घायल हुए हैं। एक सुरक्षा सूत्र ने बताया कि सना के मध्य में एक इमारत समेत कई स्थानों को निशाना बनाया गया, जिनमें एक पावर प्लांट और गैस स्टेशन भी शामिल हैं।


सोशल मीडिया पर साझा किए गए भयावह वीडियो में इमारतों से काले धुएं के गुबार उठते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि पृष्ठभूमि में लोग भयभीत होकर चीख रहे हैं। एक वीडियो में हमले के क्षेत्र में एक विशाल अग्नि गोला भी देखा गया। 7 अक्टूबर, 2023 को गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से इजरायल और ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों के बीच कई बार गोलीबारी हो चुकी है।


In the past hour, the Israeli Air Force carried out airstrikes against Houthi targets in Sanaa, Yemen.
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It seems like Houthis' attack against Israel on Friday - which used a missile carrying multiple warheads - elicited Israel to respond harshly. pic.twitter.com/KCltnFmqCm




इजरायली सेना की प्रतिक्रिया


इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने इन हवाई हमलों को एक जवाबी कार्रवाई के रूप में वर्णित किया है। IDF ने कहा, "हुती आतंकवादी शासन द्वारा इजरायल और उसके नागरिकों पर बार-बार किए गए हमलों के जवाब में ये हमले किए गए हैं, जिसमें हाल के दिनों में इजरायली क्षेत्र की ओर सतह-से-सतह मिसाइलें और ड्रोन लॉन्च किए गए थे।"


शुक्रवार की रात, हुती विद्रोहियों ने एक मिसाइल दागी थी, जिसे इजरायली अधिकारियों ने बताया कि यह "संभवतः हवा में ही टूट गई।" IDF ने कहा कि उन्होंने सना में हुती शासन की सैन्य संरचनाओं को निशाना बनाया, जिसमें राष्ट्रपति भवन के पास एक सैन्य स्थल, असर और हिजाज पावर प्लांट, और एक ईंधन भंडारण स्थल शामिल थे।


पावर प्लांट्स पर हमले का प्रभाव


IDF ने यह भी दावा किया कि पावर प्लांट्स पर हमले से सैन्य उद्देश्यों के लिए बिजली उत्पादन और आपूर्ति को नुकसान पहुंचा है। इन संयंत्रों का उपयोग इस बात का और सबूत है कि हुती शासन नागरिक बुनियादी ढांचे का सैन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग करता है।