यूक्रेन ने पानी के भीतर ड्रोन से रूसी पनडुब्बी पर किया हमला
यूक्रेन का ऐतिहासिक हमला
नई दिल्ली: यूक्रेन ने पहली बार पानी के भीतर चलने वाले ड्रोन का उपयोग करते हुए एक रूसी पनडुब्बी पर हमला करने का दावा किया है। यह घटना रूस के नोवोरोस्सीयस्क बंदरगाह पर हुई, जो कि काला सागर में रूस का एक महत्वपूर्ण नौसैनिक अड्डा है। यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसी SBU ने बताया कि इस हमले में रूसी नौसेना की एक किलो क्लास पनडुब्बी को गंभीर क्षति पहुंची है।
SBU के अनुसार, यह पनडुब्बी यूक्रेन पर कलिब्र क्रूज मिसाइल दागने के लिए प्रयोग की जाती थी। एजेंसी ने इसे आधुनिक युद्ध के इतिहास में एक अनोखी घटना बताया, जिसमें किसी अंडरवाटर ड्रोन ने पनडुब्बी को निष्क्रिय किया। एसबीयू ने कहा कि उनके सब सी बेबी नामक ड्रोन ने पनडुब्बी को उस समय निशाना बनाया, जब वह डॉक पर खड़ी थी।
देखें वीडियो
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अलेक्जेंडर कामिशिन का बयान
अलेक्जेंडर कामिशिन ने क्या कहा?
यूक्रेन द्वारा जारी किए गए वीडियो में पानी के तेज धमाके को दिखाया गया है। यह धमाका उस घाट के पास हुआ, जहां पनडुब्बी और अन्य रूसी जहाज खड़े थे। राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के सलाहकार अलेक्जेंडर कामिशिन ने कहा कि यह पहली बार है जब किसी अंडरवाटर ड्रोन ने पनडुब्बी को निष्क्रिय किया है।
यूक्रेनी अधिकारियों की जानकारी
यूक्रेनी अधिकारियों ने मिसाइल के बारे में क्या बताया?
यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, यह वर्शाव्यांका-क्लास या किलो-क्लास, डीजल इलेक्ट्रिक पनडुब्बी थी। यह पनडुब्बी कम से कम चार कैलिबर क्रूज मिसाइलें ले जाने में सक्षम होती है, जिनका उपयोग रूस ने यूक्रेन के शहरों और ऊर्जा ढांचे पर हमलों में किया है। एसबीयू ने पनडुब्बी की कीमत लगभग 400 मिलियन डॉलर बताई है।
रूस को हुआ नुकसान
रूस को कितने का हुआ नुकसान?
यूक्रेन का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण रूस के लिए इस पनडुब्बी की मरम्मत या नई पनडुब्बी बनाना बहुत कठिन होगा। एसबीयू ने दावा किया कि इससे रूस को 500 मिलियन डॉलर तक का नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, यूक्रेन ने यह भी बताया कि यही ड्रोन पहले रूस के शैडो फ्लीट के तेल टैंकरों के खिलाफ भी इस्तेमाल किए जा चुके हैं।
यूक्रेनी नौसेना का बयान
यूक्रेनी नौसेना के प्रवक्ता ने क्या कहा?
यूक्रेनी नौसेना के प्रवक्ता दिमित्रो प्लेटेंचुक ने कहा कि पनडुब्बी पर हमला नौसैनिक युद्ध में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उन्होंने कहा कि पनडुब्बी को निशाना बनाना सबसे कठिन लक्ष्यों में से एक होता है। वहीं, रूस ने इन दावों को खारिज किया है। रूसी मीडिया के अनुसार, ब्लैक सी फ्लीट ने कहा कि नोवोरोस्सीयस्क बेस पर किसी भी जहाज या पनडुब्बी को नुकसान नहीं हुआ है।