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राजस्थान में मानसून की तबाही: रिकॉर्ड बारिश और जनजीवन प्रभावित

राजस्थान में मानसून के कारण रिकॉर्ड बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। बीकानेर संभाग में कई जिलों में जलभराव और सड़कें बह गई हैं। हनुमानगढ़ में एक बच्ची की मौत और अन्य दुखद घटनाएं भी हुई हैं। स्कूलों में छुट्टियां घोषित की गई हैं, जबकि मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि राहत की उम्मीद शनिवार से हो सकती है। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
 

राजस्थान में बारिश का कहर

राजस्थान मौसम: मानसून ट्रफ के स्थानांतरण के कारण गुरुवार को राजस्थान के उत्तरी क्षेत्र में बीकानेर संभाग में अभूतपूर्व बारिश हुई। श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू और बीकानेर जिलों में कहीं 1 इंच से लेकर 6 इंच तक बारिश दर्ज की गई, जिससे कई स्थानों पर जलभराव हो गया। इस बारिश ने सड़कों को बहा दिया और सामान्य जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया।


श्रीगंगानगर में बाढ़ की स्थिति

श्रीगंगानगर जिले में भारी बारिश के चलते सूरतगढ़-छतरगढ़ मार्ग पर बड़ा कटाव हो गया, जिससे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो गई। गंगानगर शहर और उसके आस-पास के क्षेत्र जलमग्न हो गए, और खेतों में पानी भरने से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।


हनुमानगढ़ में दुखद घटनाएं

हनुमानगढ़ में दिल दहला देने वाली घटना

हनुमानगढ़ जिले के उदासर गांव में कच्चे मकान की छत गिरने से एक 4 साल की बच्ची की जान चली गई। सीकर जिले में एक युवक कुंड में डूबकर अपनी जान गंवा बैठा। धौलपुर में चंबल नदी के उफान के कारण कई क्षेत्रों का संपर्क टूट गया और एक मिनी ट्रक के साथ ड्राइवर और क्लीनर बह गए। माउंट आबू में एक पर्यटक ने सेल्फी लेते समय खाई में गिरकर अपनी जान गवा दी।


स्कूलों में छुट्टियां

स्कूलों में छुट्टियां

राज्य में 2 अगस्त को 11 जिलों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए सरकारी और निजी स्कूलों में छुट्टियां घोषित की गई हैं। इनमें कोटा, बीकानेर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर सहित अन्य जिले शामिल हैं।


मानसून का कहर, राहत कब?

मानसून का कहर, राहत कब?

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, शनिवार से राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में बारिश से राहत मिल सकती है। हालांकि, भरतपुर संभाग में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी है। इस मानसून सीजन में अब तक राजस्थान में औसत से 90% अधिक बारिश हो चुकी है। जहां 1 जून से 31 जुलाई तक औसतन 216.4 मिमी बारिश होती है, वहीं अब तक 410.3 मिमी बारिश हो चुकी है, जो चिंताजनक है।


सड़कों पर पानी, गांवों में बाढ़

सड़कों पर पानी, गांवों में बाढ़

श्रीगंगानगर जिले में सूरतगढ़ से छतरगढ़ जाने वाली खारबारा रोड पूरी तरह से बह गई। इससे दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। वहीं, नागौर जिले में जसनगर में लगातार तीसरी बार प्रशासन को नेशनल हाईवे-458 को बंद करना पड़ा।